भूस्खलन के चलते धौलीगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की सुरंगों में NTPC के 19 मजदूर फंसे,8 से ज्यादा रेस्क्यू,बाकी निकालने में जुटी सुरक्षा एजेंसीज – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

भूस्खलन के चलते धौलीगंगा हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट की सुरंगों में NTPC के 19 मजदूर फंसे,8 से ज्यादा रेस्क्यू,बाकी निकालने में जुटी सुरक्षा एजेंसीज

देहरादून

उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में इन दिनों मूसलाधार बारिश ने सीमांत ज्योतिर्मठ से लेकर नंदानगर तक तबाही मचाई। ज्योतिर्मठ में 66 केवी पिटकुल लाइन और 33 केवी हाइड्रो लाइन के ब्रेकडाउन से पूरा क्षेत्र अंधेरे में डूबा रहा, वहीं मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग पर तमक नाले का पुल बहने से नीति घाटी का संपर्क देश-दुनिया से पूरी तरह कट गया है। वहीं नंदानगर में भूधंसाव ने बैंड बाजार और आसपास के 34 परिवारों को विस्थापन के लिए मजबूर कर दिया।

बारिश से कर्णप्रयाग-चमोली मार्ग पर 66 केवी पिटकुल लाइन टूटने से ज्योतिर्मठ की सप्लाई बाधित हो गई है। वहीं 33 केवी बिरही गंगा हाइड्रो लाइन भी ठप हो गई। इससे पूरा ब्लॉक अंधेरे में डूब गया। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जोशीमठ के पास भनेड़पानी और पागलनाला में बाधित है। प्रशासन ने मशीनरी लगाकर मार्ग खोलने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।

नीति घाटी देश-दुनिया से कटी तमक नाले में पुल बहने से नीति-मलारी घाटी और उसके दर्जनों ऋतु प्रवासी गांव पूरी तरह से अलग-थलग हो गए हैं। यहां गर्मियों में बकरी चुगान के लिए गए चरवाहों के झुंड भी अब बॉर्डर रोड तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। ग्रामीणों को रोजमर्रा की जरूरी वस्तुओं की सप्लाई तक पर संकट मंडरा रहा है।

नंदानगर के बैंड बाजार में पलपाणी तोक से लगातार हो रहे भूधंसाव ने लोगों को दहशत में डाल दिया है। चार कमरों का एक मकान और चार गोशालाएं ध्वस्त हो गईं। 34 परिवारों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया है। 25 दुकानें खतरे की जद में पहुंच चुकी हैं, जिसके चलते बाजार बंद रहा। खेतों में एक फीट गहरी दरारें पड़ गई हैं और कई पेड़ धंसाव में उखड़ चुके हैं।

नंदानगर व्यापार संघ अध्यक्ष नंदन सिंह ने कहा कि बैंड बाजार की लगभग 25 दुकानें खतरे में आ गई हैं। लोग दुकानें खोलने से डर रहे हैं। बारिश जारी रही तो बाजार का बड़ा हिस्सा मलबे में समा सकता है।

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