प्रदेश में हो रही हेलीकॉप्टर घटनाओं से आहत प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के मुख्य सचिव से की मुलाकात,सौंपा ज्ञापन – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

प्रदेश में हो रही हेलीकॉप्टर घटनाओं से आहत प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के मुख्य सचिव से की मुलाकात,सौंपा ज्ञापन

देहरादून,

उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधंडल ने बुधवार को राज्य के मुख्य सचिव आनंदवर्धन से सचिवालय स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात की।

इस अवसर पर उन्होंने लगातार हो रहे हेलीकॉप्टर दुर्घटनाओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा जिसमें कहा गया कि …आदरणीय आपका ध्यान उत्तराखंड के गढ़वाल संभाग में पिछले सवा महीने में पांच हैली दुर्घटनाओं व उनके कारणों की ओर आकृष्ट करना चाहती है। 8 मई 2025 से 15 जून 2025 के बीच अब तक पांच हैली दुर्घटनाओं से पूरा प्रदेश व देश स्तब्ध है। 13 लोग इन दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके है।

38 दिनों में 5 हैली दुर्घटनाएं घटित हो चुकी हैं। जिनमें प्रमुख रूप से

मई 8 को छह लोग मृत एक घायल

गंगनानी गंगोत्री जाते हुए

मई 12 को बद्रीनाथ से टेक ऑफ करते हुए हैली का पंखा एक गाड़ी से उलझ गया लोग बाल बाल बचे,

मई 17 को AIIMS ऋषिकेश की एयर एम्बुलेंस दुर्घटना ग्रस्त हो गई हैलीकॉप्टर में सवार डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ तथा पायलट बाल बाल बचे,

7 जून को हैली रुद्रप्रयाग के बड़ासु में सड़क पर क्रैश लैंड किया जिसमें सवार पांच यात्री व पायलट बाल बाल बचे और वहीं बीते 15 जून को केदारनाथ जी में फिर एक हैली दुर्घटना ग्रस्त हुआ जिसमें पायलट समेत 7 लोग मारे गए जिसमें एक 22 महीने की छोटी बच्ची शामिल है।

हैली सेवाओं को बिना किसी नियमावली के संचालित किया जा रहा है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल की कोई गाइडलाइंस नहीं बनी हैं , कोई समय सारिणी नहीं है और अगर है तो उसका पालन नहीं किया जा रहा। हर दो तीन मिनट में देहरादून सहस्त्रधारा एरोड्रम से हैलीकॉप्टर इस तरह उड़ान भर रहे हैं जैसे टैंपो ऑटो संचालित होते हैं। धामों के आसपास वाले हेलीपैड में नियमों धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, हैली रोडवेज की बसों व विक्रम टैंपो की तरह संचालित हो रहे हैं। हैली के एक दिन में फ्लाइंग हॉर्स, टेक ऑफ व लैंडिंग की संख्या निर्धारित नहीं है और एक एक हैली कई कई घंटे बिना पंखे रुके उड़ान भर रहे हैं। उत्तराखंड के गढ़वाल संभाग में राजाजी नैशनल पार्क, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क,नंदा देवी नैशनल पार्क, वैली ऑफ फ्लावर्स, केदारनाथ वाइल्डलाइफ सेंचुरी आदि स्थित हैं और पिछले एक दशक से जिस प्रकार से राज्य में अंधाधुंध हैली सेवाएं संचालित होने से पर्यावरण पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है और नैशनल पार्क्स व सेंचुरी में वन्य जीवों पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। इसके अलावा यमुनोत्री गंगोत्री केदारनाथ व बद्रीनाथ हिम आच्छादित पर्वत श्रृंखला हैं जहां ग्लेशियर हैं जो लगातार चल रही अंधाधुंध हैली सेवाओं के कारण पिघल रही हैं और इसका बड़ा विपरीत प्रभाव पर्यावरण पर पड़ रहा है।

महोदय उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों बहुत कठिन पर्वतीय घाटियों चोटियों के कारण यहां उड़ान भरने वाले हैलीकॉप्टरों की सेफ्टी ऑडिट, उनकी तकनीकी फिटनेस, भार क्षमता, हैलीकॉप्टर के पायलटों का उत्तराखंड जैसे पहाड़ों में उड़ान का तजुर्बा ऐसे महत्वपूर्ण पक्ष हैं जिनको नजरंदाज नहीं किया जा सकता।

प्रदेश कांग्रेस कमेटी उत्तराखंड सरकार से मांग करती है कि 1.उत्तराखंड में एक पारदर्शी व स्पष्ट दिशा निर्देश वाली उड्डयन नीति बनाई जाए जो डीजीसीए के दिशा निर्देशों व एयर ट्रैफिक कंट्रोल नियमावली के नियमों का सख्ती से पालन करे।

2 उत्तराखंड में यहां की भौगोलिक स्थिति के अनुरूप सुरक्षा मानकों पर खरे हैलिकॉप्टरों को ही उड़ने की इजाजत दी जाए।

3 उड़ान का समय निर्धारित हो , टेक ऑफ, लैंडिंग निर्धारित संख्या में हों व फ्लाइंग घंटे भी निर्धारित हों।

4 हेलिकॉप्टर्स के पायलट के पहाड़ों में उड़ान का अनुभव का मानदंड निर्धारित हो।

5 हैली सेवा का संचालन इस प्रकार से हो कि उत्तराखंड का पर्यावरण, वन्य जीवों पर प्रतिकूल प्रभाव ना पड़े।

6 उत्तराखंड में उड़ने वाले किसी भी हैलीकॉप्टर की आयु सीमा, सेफ्टी ऑडिट तय राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हों।

हमें पूर्ण विश्वाश है कि नागरिकों व यात्रियों की सुरक्षा, उत्तराखंड के पर्यावरण व वन्य जीवों की सुरक्षा आदि को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार तत्काल उपरोक्त बिंदुओं पर कार्यवाही करेगी।

इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के साथ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना,अध्यक्ष अनुसूचित प्रकोष्ठ मदनलाल,महानगर अध्यक्ष डॉ.जसविंद्र गोगी,प्रदेश प्रवक्ता अमरजीत सिंह,शीशपाल बिष्ट और श्रम प्रकोष्ठ के अध्यक्ष टीटू कौशल मौजूद थे।

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