देहरादून
दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र और साहस फाउंडेशन समवेशी संसाधन केंद्र की ओर से कौशल, स्थानीय संसाधनों और राष्ट्रीय आजीविका मिशन में समावेशन के जरिये रोजगार अवसरों की खोज पर एक महत्वपूर्ण चर्चा का आयोजन मंगलवार को किया गया। इस महत्वपूर्ण सामुदायिक संवाद में राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन, ग्रामीण विकास विभाग, उत्तराखण्ड शासन की सीईओ झरना कमठान, आई.ए.एस इस कार्यक्रम में उपस्थित रहीं।
इस चर्चा में ग्रामीण उत्तराखंड में विकलांग व्यक्तियों के लिए आजीविका के मार्ग को प्रशस्त करने पर गहन बातचीत की गयी।
कार्यक्रम में दिव्यांगजनों और उनके परिवारों के लिए टिकाऊ, कौशल-आधारित आजीविका के तमाम अवसरों को चयनित करने, जमीनी स्तर पर उनकी बातों को सुनने, मुख्य क्षेत्रों में स्थानीय संसाधनों, पारंपरिक कौशल और शिल्प का लाभ उठाने और इन्हें एनआरएलएम समर्थित कार्यक्रमों में एकीकृत करने पर गहन चर्चा हुई. चर्चा में स्पष्ट रुप से पात्रता और नामांकन प्रक्रियाओं के माध्यम से समान पहुंच को सुनिश्चित करने पर भी बात की गई।
कार्यक्रम में नरेश कुमार, उपायुक्त, परियोजना, ग्राम्य विकास विभाग तथा दिवाका पुरोहित, राज्य परियोजना प्रबन्धक ने भी इस परियोजना कार्यक्रम के विविध बिंदुओं पर गहनता से प्रकाश डाला।
निदेशक,साहस फाउंडेशन, शहाब नकवी ने प्रतिभागियों को बताया कि उनकी संस्था की ओर से प्रयास किये जा रहे हैं. उत्तराखंड में ग्रामीण उद्यम विकास पर केंद्रित एक शोध-उन्मुख, समुदाय-नेतृत्व वाला संगठन, जो प्रशिक्षण और संबंध बनाने में विशेषज्ञता रखते हैं, उससे हाशिए पर रहने वाले समुदायों को आर्थिक स्वतंत्रता और सम्मान प्राप्त करने में पर्याप्त मदद मिलती है।सुश्री शीबा चौधरी,वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता ने दिव्यांग अधिकार व उनके रोजगार के सन्दर्भ में अनेक सार्थक बिन्दुओं पर अपनी बात रखी। को
इस कार्यक्रम में विकासनगर, साहसपुर और देहरादून ब्लॉकों से आए 40 से अधिक प्रतिभागियों और अन्य लोगों ने भाग लिया व अपने अनुभव साझा किए. प्रतिभागी लोगों ने विशेषकर दिव्यांग महिलाओं के लिए व्यवहार्य आय के अवसरों तक पहुँच की तत्काल आवश्यकताओं पर अपनी बात रखी।
कार्यक्रम के पूर्व में केन्द्र के प्रोग्राम एसोसिएट चंद्रशेखर तिवारी ने सबका स्वागत किया।
कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के पूर्व वरिष्ठ वन अधिकारी जय राज, संजय जोशी, कल्याण बुटोला,सुन्दर सिंह विष्ट, कुलभूषण, अवधेश शर्मा, भारत सिंह रावत, दिनेश सेमवाल,राकेश अग्रवाल, नवीनउपाध्याय, आलोक सरीन सहित आजिविका मिशन से जुड़ी अनेक महिलाएं मौजूद रही।