देहरादून
शनिवार 20 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक श्रीमद्भागवत् महापुराण का आयोजन ज्योति स्वर्णिम फाउण्डेशन की ओर से बेबली हाइट्स कर्जन रोड़ निकट कोरोनेशन हॉस्पिटल में किया जा रहा है। जिसमें कथा व्यास चैतन्य महाप्रभु गौड़ीय मठ संस्थापक आचार्य भक्ति प्रसाद विष्णु महाराजा के विशेष कृपापान प्रिय शिष्य ध्यत्रीयदास प्रभु उपस्थित हैं। व्यग्रीव्य हयग्रीयदासप्रभु, चैतन्य महाप्रभु नामहटर जगन्नाथ मंदिर, नया गाँव, हाथी बडकला के संचालक है। कथा के प्रथम दिवस कथा दूरी करने से पूर्व सभी श्रद्धालुओं द्वारा सुबह हरिनाम संकीर्तन तथा कलश यात्रा निकाली गयी ।
इस दौरान आयोजित की गई कथा मे कथा व्यास व्यग्रीयदास प्रभु ने भागवत की महिमां, आत्यदेव की धुन्धकारी के उद्धार, इसके साथ ही एक प्रभुजी ने यह भी बताया कि कलयुग में जीवो के कल्याण का एकमाल साधन हरिनाम ही है। हरेखाम हरेराम केवलम। कलैव नास्तैव नास्तैव नास्तैव गतिरन्यथा ।। जिसे सुनकर कथा का वृतान्त सुनाया सभी श्रोतागण भक्तजन अतिभावुक तथा मन्नमुग्ध हो गये । इसलिये सभी को हरि महामंत्र जानना चाहिए।
