देहरादून/ थानों रेंज
राजधानी देहरादून क्षेत्र पूरी तरह से चारों ओर से जंगल से घिरा हुआ है। गाहे बगाहे जंगली जानवरों से भिड़ंत या हमले की घटनाएं सामने आ ही जाती हैं।
देहरादून वन प्रभाग के थानो रेंज से मिली घटना ने लोगों का दिल दहला दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार एक हथनी ने स्कूटी से जा रहे परिवार पर हमला कर दिया जिसके कारण एक 12 साल के बच्चे की जान चली गई।
मानव-वन्यजीव संघर्ष के बढ़ते मामलों के बीच राजधानी से लगे इस जंगल क्षेत्र में हुई यह घटना वन विभाग के लिए गंभीर चिंता का विषय है। देहरादून के थानो रेंज में हाथी के हमले का मामला यह पहला मामला नहीं है।
इस बार हथनी ने एक 12 साल के बच्चे को पटककर उसकी जान ले ली। यह घटना तब हुई जब यह बच्चा अपने माता-पिता के साथ स्कूटी से जा रहा था। इस दौरान हथनी ने इस बच्चे को खींचकर उठा लिया और फिर पटक कर उसकी जान ले ली। जानकारी के मुताबिक जॉलीग्रांट क्षेत्र के कोठारी मोहल्ला निवासी एक दंपत्ति अपने 12 साल के बेटे के साथ स्कूटी से थानो रेंज के जंगल मार्ग से गुजर रहे थे। शाम के वक्त जैसे ही यह परिवार जंगल के बीच पहुंचा, एक हाथी अचानक स्कूटी के पास सामने से आ गया।
प्रत्यक्षदर्शियों व विभागीय अधिकारियों के अनुसार हाथी ने अचानक बच्चे को अपनी सूंड में पकड़ उठा लिया और जोर से जमीन पर पटक दिया। बुरी तरह से जमीन पर पटकने से लगी तेज चोट के चलते बच्चे की मौके पर ही मौत हो गई। उधर बच्चे के माता-पिता ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। घटना की जानकारीमिलने के ल बाद आस-पास के लोग और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची।
बताया गया कि इलाके में पिछले कुछ दिनों से एक हथिनी अपने छोटे बच्चे के साथ घूम रही थी। ऐसे समय में हथिनी अत्यधिक संवेदनशील होती है और किसी भी प्रकार की हलचल उसे उत्तेजित करती है। हाथी द्वारा बच्चे को पटकने के बाद काफी देर तक उसी जगह पर खड़े रहना भी स्थिति की गंभीरता को बताता है, जिसके चलते घायल बच्चे को हटाना और उसे अस्पताल ले जाना भी बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया था।
घटना की जानकारी मिलते ही देहरादून के डीएफओ नीरज शर्मा मौके के लिए रवाना हुए। उन्होंने बताया कि विभाग की टीम प्रभावित क्षेत्र में हथिनी पर लगातार निगरानी रख रही है. साथ ही स्थानीय लोगों और वाहन चालकों को फिलहाल जंगल के रास्ते से न गुजरने की सख्त हिदायत दी गई है।
डीएफओ ने कहा कि शाम के समय यह परिवार जंगल के रास्ते से स्कूटी पर जा रहा था। इसी दौरान यह दुखद हादसा हो गया। वन विभाग ने बताया कि हथिनी के आसपास जाना इस समय बेहद खतरनाक है, क्योंकि वह अपने शावक की रक्षा के लिए आक्रामक व्यवहार दिखा रही है।
हालांकि बेहद दुखद इस घटना के चलते क्षेत्र में शोक और चिंता का माहौल बना हुआ है। लगातार बढ़ रहे मानव-वन्यजीव संघर्ष के बीच यह घटना एक बार फिर चेतावनी है कि जंगल क्षेत्रों में विशेषकर शाम के समय अनावश्यक आवाजाही से बचना बेहद जरूरी है।
स्थानीय लोगों ने मानव–हाथी संघर्ष की घटनाओं पर रोक लगाने और क्षेत्र में सुरक्षित आवागमन की व्यवस्था करने की मांग की है।
थानों रेंज वन क्षेत्राधिकार नत्थीराम डोभाल ने कहा है कि सुरक्षा के मद्देनज़र इलाके में पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है।