देहरादून
बृहस्पतिवार को उत्तराखण्ड जैव विविधता बोर्ड द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस की थीम संयुक्त राष्ट्र द्वारा “प्रकृति के साथ सामंजस्य और सत्त विकास” (“Harmony with Nature and Sustainable Development”) घोषित की गयी है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुबोध उनियाल मंत्री, वन, भाषा, निर्वाचन एवं तकनीकी शिक्षा, उत्तराखण्ड ने अपने अभिभाषण में जैव विविधता संरक्षण एवं संवर्धन पर जोर दिया गया तथा जनसहभागिता को जैव विविधता संरक्षण हेतु अत्यन्त महत्वपूर्ण बताया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ० धनन्जय मोहन, प्रमुख वन संरक्षक (HoFF), उत्तराखण्ड एवं डॉ० समीर सिन्हा, प्रमुख वन संरक्षक / मुख्य कार्यकारी अधिकारी, कैम्पा, उत्तराखण्ड द्वारा प्रतिभाग किया गया।
इनके अतिरिक्त कार्यक्रम में प्रमुख वन संरक्षक / एम०डी० वन निगम, जी०एस० पाण्डे, प्रमुख वन संरक्षक, वन पंचायात, बी०पी० गुप्ता, प्रमुख वन संरक्षक, वन्यजीव रंजन कुमार मिश्रा, प्रमुख वन संरक्षक, नियोजन एवं वित्तीय प्रबन्धन, कपिल लाल तथा अपर प्रमुख वन संरक्षक, गढवाल, नरेश कुमार एवं अपर प्रमुख वन संरक्षक, वनाग्नि, निशान्त वर्मा एवं अपर प्रमुख वन संरक्षक, मानव संसाधन मीनाक्षी जोशी तथा मुख्य वन संरक्षक, परियोजनायें सुशान्त कुमार पटनायक एवं वन संरक्षक शिवालिक वृत्त, राजीव धीमान एवं प्रभागीय वनाधिकारी, देहरादून, नीरज कुमार तथा उप-निदेशक, राजाजी टाईगर रिजर्व महातिम यादव एवं अन्य वन विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम में विभिन्न जैव विविधता प्रबंधन समितियों के सदस्यों, डॉ० नरपिन्दर सिंह, वाइस चांसलर, ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय, डॉ० वी०पी० उनियाल, प्रोफेसर, ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय, देहरादून एवं जनपद देहरादून के विभिन्न विद्यालयों छात्र-छात्राओं, शिक्षकगण तथा वन विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
कार्यक्रम की शुरूआत में नीतीश मणि त्रिपाठी, सदस्य सचिव, उत्तराखण्ड जैव विविधता बोर्ड द्वारा जैव विविधता के संरक्षण एवं उसके महत्व के बारे में अवगत कराया गया। उत्तराखण्ड जैव विविधता बोर्ड द्वारा वर्ष 2024 एवं 2025 में देहरादून के 120 से अधिक विद्यालयों में जैव विविधता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये गये। कुछ विद्यालयों में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगितायें आयोजित की गयी।
अन्तर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के इस अवसर पर मुख्य अतिथि सुबोध उनियाल , मंत्री, वन, भाषा, निर्वाचन एवं तकनीकी शिक्षा, उत्तराखण्ड सरकार द्वारा उक्त प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वित्तरित किये गये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा उत्तराखण्ड जैव विविधता बोर्ड द्वारा प्रकाशित वार्षिक रिपोर्ट 2024-25, Biodiversity Awareness Booklet 2024 & 2025 और बारहनाजा फोल्डर का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड जैव विविधता बोर्ड तथा तितली ट्रस्ट के माध्यम से तैयार की गयी सूक्ष्म फिल्म Birds of Rathuadhab Whisper of Wings का प्रदर्शन किया गया।
इस अवसर पर ग्राफिक एरा, विश्वविद्यालय, देहरादून एवं उत्तराखण्ड जैव विविधत्ता बोर्ड के मध्य नॉलेज पार्टनरशिप अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गये।
विशिष्ट अतिथि डॉ० धनन्जय मोहन, प्रमुख वन संरक्षक (HoFF), उत्तराखण्ड एवं विशिष्ट अतिथि डॉ० समीर सिन्हा, प्रमुख वन संरक्षक (मु.का. अधि.कैम्पा) उत्तराखण्ड तथा डॉ०एसपी सुबुन्द्धि, अध्यक्ष, उत्तराखण्ड जैव विविधता बोर्ड द्वारा भी सभा को सम्बोधित किया गया।