जगन्नाथ रथ यात्रा निकली धूमधाम से , श्रद्धालुओं पानी और झाड़ू ऋषिकेश की सड़के धोते हुए चले आगे आगे – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

जगन्नाथ रथ यात्रा निकली धूमधाम से , श्रद्धालुओं पानी और झाड़ू ऋषिकेश की सड़के धोते हुए चले आगे आगे

देहरादून

सम्मानित प्रधानाचार्य जी निर्णायक मंडल उपस्थित शिक्षक गण और मेरे प्यारे साथियों नमस्कार मैं आर्यभट्ट सदन से नमन कुमार कक्षा आठवीं का छात्र आज यहां पर वाद विवाद प्रतियोगिता जिसका विषय है महिलाएं पुरुष से अच्छी निर्णायक होती है के विपक्ष में अपने विचार व तर्क प्रस्तुत करने आया हूं कि महिलाएं पुरुषों से बेहतर निर्णायक नहीं होती।

मेरा मानना है कि निर्णायकता केवल भावनाओं और संवेदन शीलता से नहीं होती बल्कि तर्क संगत और अनुभव भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

 

मेरा पहला तर्क है कि पुरुष निर्णय लेते समय अधिक तर्कसंगत होता है, महिलाएं अक्सर भावनाओं के आधार पर निर्णय लेती है जो कभी-कभी सही नहीं होती।।

उदाहरण के तौर पर अगर किसी कठिन परिस्थिति में तुरंत निर्णय लेना हो तो पुरुष जल्दी और व्यावहारिक सोच के आधार पर निर्णय ले सकते हैं।

जॉर्ज वाशिंगटन जो अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे उनके कठिन समय में त्वरित और सही फैसले लिए जिनकी बदौलत उनका देश सफल हुआ।

मेरा दूसरा तर्क है पुरुष जोखिम लेने में अधिक सक्षम होते हैं कई बार निर्णायक के लिए जोखिम लेना जरूरी होता है और पुरुष इस मामले में अधिक सक्षम होते हैं जैसे कि स्टीव जॉब्स ने जोखिम उठाकर एप्पल कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया।

महिलाओं की प्रकृति जोखिम लेने के बजाय सुरक्षित रास्ता अपनाने की होती है जो कभी-कभी महत्वपूर्ण निर्णयों में बाधक बन सकती है।

 

मेरा तीसरा तर्क है पुरुषों का अनुभव अधिक होता है खासकर तकनीकी और व्यवसाइक क्षेत्र में।

बड़े-बड़े बिजनेस और सरकारों में पुरुष की भागीदारी अधिक रही है जिससे वह अधिक अनुभव प्राप्त करते हैं, उदाहरण के लिए बिल गेट्स ने माइक्रोसॉफ्ट को एक बड़ी कंपनी बनाने में अपने अनुभव और कुशल निर्णय लेने की क्षमता का उपयोग किया।

 

मेरा चौथा तर्क है पुरुषों का सामाजिक और पारिवारिक दबाव महिलाओं की तुलना में कम होता है कई बार महिलाएं अपने पारिवारिक जिम्मेदारियां और समाज की अपेक्षाओं के कारण स्वतंत्र रूप से निर्णय नहीं ले पाती,इसके विपरीत पुरुष अक्सर अधिक स्वतंत्र होते हैं और अपने निर्णय में किसी प्रकार का बाहरी दबाव नहीं आने देते।

 

मेरा पांचवा तर्क है पुरुषों की शारीरिक और मानसिक सहनशक्ति भी अधिक होती है जो कठिन परिस्थितियों में निर्णय लेने के लिए महत्वपूर्ण होती है।

युद्ध या संकट के समय और आर्थिक निर्णय लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है। उदाहरण के लिए नेपोलियन बोनापार्ट ने अपने सैन्य अभियानों में तेज और प्रभावी निर्णय लेकर अपनी सेना को विजय दिलाई।

अंत में मैं यह कहना चाहूंगा कि निर्णय लेने की प्रक्रिया में तर्कसंगतता, अनुभव और जोखिम लेने की क्षमता महत्वपूर्ण होती है और यह सभी गुण पुरुषों में महिलाओ से अधिक होते हैं।

इसलिए यह कहना कहना सही नहीं होगा कि महिलाएं पुरुष से बेहतर निर्णायक होती है

धन्यवाद।

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