देहरादून/रुद्रप्रयाग
उत्तराखंड में केदारनाथ धाम की यात्रा एक बार फिर बाधित हो गई है। रुद्रप्रयाग जिले में गौरीकुण्ड और सोनप्रयाग के बीच बीती रात से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सड़क पर मलबा और बोल्डर आ गए हैं।
उत्तराखंड में केदारनाथ धाम की यात्रा एक बार फिर बाधित हो गई है। रुद्रप्रयाग जिले में गौरीकुण्ड और सोनप्रयाग के बीच बीती रात से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण सड़क पर मलबा और बोल्डर आ गए हैं।
इसके चलते यह मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। पुलिस अधीक्षक रुद्रप्रयाग अक्षय प्रल्हाद कोंडे के अनुसार मुनकटिया और गौरीकुण्ड के बीच करीब 50 से 70 मीटर सड़क का हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। यही नहीं, वैकल्पिक पैदल मार्ग भी पूरी तरह टूट चुका है।
हालात को देखते हुए प्रशासन ने केदारनाथ यात्रा को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है। यात्रियों से अपील की गई है कि वे इन दो-तीन दिनों तक किसी अन्य धार्मिक स्थल की यात्रा करें। गौरीकुंड की ओर फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए SDRF और NDRF की टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं।
दूसरी तरफ श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने सोनप्रयाग के निकट केदारनाथ मार्ग पर हुई भूस्खलन क्षेत्र का मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया तथा जिला प्रशासन को शीघ्र केदारनाथ यात्रा मार्ग को खुलवाने तथा एसडीआरएफ तथा एनडीआरएफ की टीमों को तीर्थयात्रियों की सहायता करने का निर्देश दिये।
बीकेटीसी अध्यक्ष ने आज भूस्खलन से प्रभावित हुए सड़क मार्ग के निरीक्षण के अलावा तीर्थयात्रियों से बातचीत की उनका हालचाल जाना तीर्थयात्रियों से मौसम के पूर्वानुमान को लेकर यात्रा करने की अपील की। बोले कि यथाशीघ्र ही मार्ग को।खोल दिया जायेगा। बुधवार को श्रीकेदारनाथ यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग से गौरीकुंड के मध्य मुनकटिया क्षेत्र में निरंतर वर्षा एवं बोल्डरों के गिरने के कारण मार्ग पूर्णतः अवरुद्ध हो गया था। सुरक्षा कारणों के दृष्टिगत रात्रिकालीन समय में जेसीबी मशीनों द्वारा मलबा हटाने का कार्य किया जाना सम्भव नहीं पाया गया, जिसके फलस्वरूप मार्ग बहाली का कार्य अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया था।
मार्ग पर निरंतर गिर रहे पत्थरों के कारण मलबा हटाने की प्रक्रिया में अत्यधिक बाधाएं उत्पन्न हुईं।
उक्त परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए SDRF पोस्ट सोनप्रयाग से उप निरीक्षक आशीष डिमरी के नेतृत्व में एक टीम गौरीकुंड से आगे प्रभावित क्षेत्र में फंसे यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों से सुरक्षित निकालने हेतु रवाना की गई।
पूर्व में निर्मित पैदल वैकल्पिक मार्ग भारी वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसके उपरांत SDRF टीम द्वारा एक नवीन वैकल्पिक मार्ग का निर्माण कर स्थानीय पुलिस के सहयोग से श्री केदारनाथ से लौट रहे श्रद्धालुओं को संवेदनशील क्षेत्र से सकुशल पार कराया गया।
उक्त अभियान के अंतर्गत शाम 4 बजे तक SDRF टीम द्वारा कुल 1088 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया, जिनमें 855 पुरुष, 204 महिलाएं एवं 29 बच्चे सम्मिलित हैं। टीम वर्तमान में भी घटनास्थल पर तैनात है एवं राहत एवं बचाव कार्य जारी है।
SDRF समस्त यात्रियों से अनुरोध करता है कि वे मौसम की स्थिति एवं प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें ।
आज निकाले गए यात्रियों की
संख्या 1700 baje तक
पुरुष – 1173
महिला – 270
बच्चे -46
Sdrf टीम द्वारा कुल 2179 यात्रियों को सकुशल पास कराया गया जिसमें
पुरुष = 1678
महिलाएं =414
बच्चे = 87.