देहरादून
स्मार्ट मीटर के खिलाफ ऊर्जा भवन पर रीजनल पार्टी ने प्रदर्शन किया।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने उत्तराखंड में स्मार्ट मीटरों के कारण उपभोक्ताओं की बढ़ी हुई बिजली रीडिंग एवं अन्य संबंधित परेशानियों के समाधान हेतु देहरादून के उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के मुख्यालय ऊर्जा भवन पर बड़ा प्रदर्शन किया और नारेबाजी करते हुए तत्काल आवश्यक कार्रवाई की मांग की मौके पर पार्टी के प्रदर्शन कार्यों से मिलने पहुंचे मुख्यालय के अधीक्षण अभियंता डीएस पंवार ने प्रदर्शनकारियों की मांगों को सुना और उनके परिवार निस्तारण का आश्वासन भी दिया राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने कहा कि यदि 15 दिन के अंदर स्मार्ट मीटर को लेकर यूपीसीएल कोई ठोस निर्णय नहीं देता है तो मुख्यालय पर और भी उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी, के जिला अध्यक्ष नवीन पंत ने मौके पर वार्ता को आए यूपीसीएल के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष सुलोचना ईष्टवाल ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उपभोक्ताओं को सामान्य से कई गुना अधिक बिजली बिल प्राप्त हो रहे हैं।
नवीन पंत ने कहा कि हमारी पार्टी उत्तराखंड के उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए सदैव प्रतिबद्ध रही है। वर्तमान में, उत्तराखंड में स्मार्ट मीटरों के स्थापना एवं संचालन से जुड़ी अनेक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, जो लाखों बिजली उपभोक्ताओं को आर्थिक एवं मानसिक रूप से प्रभावित कर रही हैं।
संजीव घिल्ड़ियाल ने कहा कि ऊर्जा विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को बिना किसी पूर्व सूचना या सहमति के पुराने मीटरों को हटाकर स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं, जिससे बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी हो रही है। इससे उपभोक्ताओं को अचानक भारी बिलों का सामना करना पड़ रहा है।
किसान एकता मंच के प्रवीण सिंह ने आक्रोश जताया कि विभिन्न क्षेत्रों में स्मार्ट मीटरों के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जहां उपभोक्ता पारदर्शिता एवं सटीक बिलिंग की मांग कर रहे हैं।
वन एवं पर्यावरण प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष योगेश ईष्टवाल ने कहा कि ये समस्याएं न केवल उपभोक्ताओं के आर्थिक बोझ को बढ़ा रही हैं, बल्कि राज्य सरकार की ‘स्मार्ट’ ऊर्जा नीति की विश्वसनीयता पर भी प्रश्नचिह्न लगा रही हैं।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने अपने ज्ञापन में मांग की है कि
सभी प्रभावित उपभोक्ताओं के स्मार्ट मीटरों की तत्काल एवं स्वतंत्र जांच कराई जाए, तथा दोषपूर्ण मीटरों को तुरंत बदल दिया जाए।
बढ़ी हुई रीडिंग वाले बिलों का पुनर्मूल्यांकन किया जाए तथा अतिरिक्त राशि का समायोजन/वापसी सुनिश्चित की जाए।
मीटर स्थापना से पूर्व सभी उपभोक्ताओं को लिखित सूचना एवं सहमति अनिवार्य की जाए।
शिकायत निवारण हेतु एक विशेष टास्क फोर्स गठित की जाए, जो 15 दिनों के अंदर सभी शिकायतों का समाधान करे।
उपभोक्ताओं को जागरूक करने हेतु पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जाए, तथा स्मार्ट मीटरों की सटीकता पर प्रमाणित रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी ने ऊर्जा निगम के अधिकारियों को अल्टीमेटम दिया है कि इस ज्ञापन पर शीघ्र संज्ञान लेगा एवं आवश्यक कार्रवाई करेगा। अन्यथा, हमारी पार्टी को मजबूरन आंदोलनरत होना पड़ेगा, जो राज्य के हित में नहीं होगा।
इस अवसर पर राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवप्रसाद सेमवाल, सुलोचना ईस्टवॉल, योगेश ईष्टवाल ,नवीन पंत, बीपी नौटियाल, सुभाष नौटियाल, संजीव घिल्ड़ियाल,परवीन बालियान, समदर्शी वर्तवाल, मीना थपलियाल, रजनी कुकरेती, रेनू नवानी, शांति चौहान, सुमन रावत, राकेश जदली, रंजना नेगी प्रीतम नेगी, तथा सुमित थपलियाल आदि तमाम लोग मौजूद थे।