देहरादून
सुन्दर लाल बहुगुणा स्मृति सम्मान लोककवि घनश्याम शैतानी और दीक्षा बिष्ट को प्रदान करने के बाद हुआ संपन्न। इस बार विशेष अतिथि के रूप में पधारे लद्दाख़ से आये अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त पर्यावरणविद् व शिक्षाविद सोनम वांगचुक ने समा बांध दिया। उन्हें विख्यात जनकवि डॉ.अतुल शर्मा के साथ उनके जनगीत गाकर मौजूद लोगों के दिल जीत लिए।
बता दें कि सोनम वांगचुक के जीवन पर बनी थी थ्री ईडियट्स फिल्म, उन्होंने जनकवि डा अतुल शर्मा के साथ उनके जन गीत…नदी तू बहती रहना व अब नदियों पर संकट है…को जब गाया तो टाउन हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूज उठा।
पद्मभूषण सुन्दर लाल बहुगुणा की पुण्यतिथि पर आयोजित सम्मान समारोह में पहुंचे वांगचुक ने कहा कि सच को सच कहना ज़रूरी है और झूठ को झूठ करने की इंसान में हिम्मत होनी चाहिए।
इस बार का सुन्दर लाल बहुगुणा स्मृति सम्मान लोककवि घनश्याम शैतानी और दीक्षा बिष्ट को दिया गया है
कराकर। की अध्यक्षता राजेन्द्र प्रसाद डोभाल ने की व संचालन योगेश धस्माना ने किया। राजीव नयन बहुगुणा और मधु पाठक ने सम्मानित लोगो का परिचय दिया।
इस अवसर पर बताया गया कि यह पर्यावरणविद सुंदर लाल बहुगुणा की चौथी पुण्यतिथि है। इससे पहले चिपको आन्दोलन से जुड़ी हस्तियों को सम्मानित किया जा चुका है।
टाउन हॉल मे आयोजित इस कार्य क्रम के संयोजक समीर रतुड़ी थे।
खचाखच भरे हाल मे उत्तराखण्ड से बहुत सारे गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इनमे रविन्द्र जुगरान डा महेश कुड़ियाल सुरेश भाई अरविंद दरमोड़ा गंगा असनोड़ा कल्याण सिह रावत आदि बड़ी संख्या मे लोग शामिल थे।