देहरादून
उत्तराखंड के हरिद्वार जिले की खानपुर सीट से पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की पत्नी और भाजपा नेत्री रानी देवयानी सिंह से 47 लाख 50 हजार रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया है।
पीड़िता ने इस संबंध में देहरादून के डालनवाला थाने में तीन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
भाजपा की नेता रानी देवयानी सिंह भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य हैं और तीन बार जिला पंचायत हरिद्वार की निर्वाचित सदस्य भी रह चुकी हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि उनका राजनैतिक और सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय होने के कारण कई लोगों से संपर्क रहता है।
उन्होंने बताया कि उनकी मुलाकात देहरादून निवासी प्रदीप अग्रवाल, उनके बेटे परिश अग्रवाल और भतीजे सन्नी अग्रवाल से हुई।
निवेश के नाम पर लाखों की ठगी
तीनों आरोपियों ने निवेश का एक आकर्षक प्रस्ताव देकर देवयानी सिंह को अपने जाल में फंसाया गया था। पीड़िता के अनुसार उन्होंने 23 मई 2023 को 9 लाख, 29 मई 2023 को 11 लाख, 21 अक्टूबर 2023 को 5 लाख और 9 नवंबर 2023 को 22 लाख 50 हजार रुपये आरोपियों के खातों में ट्रांसफर किए।
लेकिन समय बीतने के बाद भी देवयानी सिंह को कोई लाभ नहीं मिला। जब उन्होंने अपनी रकम वापस मांगी, तो आरोपी टालमटोल करने लगे। बाद में उन्हें जानकारी मिली कि इन लोगों के खिलाफ पूर्व में भी आपराधिक मामले दर्ज हैं और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई भी चल रही है।
पीड़िता को यह भी जानकारी मिली कि आरोपियों ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर एक डीड तैयार की है, जो उनकी ही कंपनी शिवम माइन्स एंड मिनरल्स के नाम से बनाई गई है। इस डीड की फोटोकॉपी पीड़िता के जानकार एसएल पंवार को व्हाट्सऐप के माध्यम से भेजी गई। इससे साफ होता है कि यह ठगी एक पूर्व नियोजित साजिश का हिस्सा थी।
थाना डालनवाला के प्रभारी मनोज मैनवाल ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर प्रदीप अग्रवाल, परिश अग्रवाल और सन्नी अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दस्तावेजों की वैधता की जांच भी की जा रही है। जल्दी ही साक्ष्य जुटाकर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक गलियारों में हलचल इस पूरे मामले से उत्तराखंड की राजनीति में नई हलचल पैदा हो गई है। एक प्रमुख भाजपा नेता के परिवार को ठगी का शिकार बनाए जाने की खबर से राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चिंता व्याप्त है। इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस पर तत्काल और निष्पक्ष कार्रवाई का दबाव भी बढ़ गया है।