देहरादून
वरिष्ठ नागरिक जन सेना समिति वाणी विहार में पेशावर काण्ड की 95 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर महान स्वाधीनता सेनानी वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर केन्द्रित विचार गोष्ठी का आयोजन बुधवार को किया गया।
गोष्ठी की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष हुकम गड़िया ने की और संचालन समिति के महासचिव पी०डी० लोहनी ने किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अतुल शर्मा जन कवि ने कहा कि-वीर चन्द सिंह गढवाली ने पेशावर में निहत्ये आन्दोलनकारियों पर गोलियाँ चलाने से इंकार कर दिया था, आदेश हुआ कि फायर करो परन्तु हवलदार मेजर चन्द्र सिंह गढ़वाली ने जोर से कहा सीज फायर। इसके पश्चात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सत्याग्रहियों का नेतृत्व फ्रंटियर गाँधी खान अब्दुल गफ्फार खान कर रहे थे। उन्होंने बताया कि वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की जीवन गाथा
महापंडित राहुल सांकृत्यायन ने लिखी थी।
गोली में महासचिच पी.डी लोहानी ने बताया कि उनके इस कृत्य से स्वाधीनता संग्राम की ज्वाला भड़क उठी थी, जेल में वे जवाहर नेहरू के सम्पर्क में भी रहे।
समिति के अध्यक्ष हुकम सिंह ने कहा कि स्मृति द्वारा शीघ्र ही ऐसे महान सेनानियों पर स्कूल कालेजों में गोष्ठी आयोजित की जायेगी।
इस अवसर पर पहलगाम में हुई आतंक बादी घटना की निन्दा करते हुए दो मिनट का मौन रखा गया। विचार गोष्ठी में उमेश कुमार श्रदान्जली अर्पित की गयी।
इस अवसर पर ओम प्रकाश नौटियाल, सुन्दर लाल उनियाल, नन्दन सिंह नेगी,गोबिन्द सिंह बिष्ट, पदम सिंह गड़िया, किशन सिंह जीना, पीएल निराला,कुंवर सिंह रावत, ठाकुर चन्द,ब्रज मोहन, कृपाल सिंह,सुरेन्द्र नोगाई, ललित मोहन सिंह बिष्ट आदि ने विचार रखें।