देहरादून
धामी सरकार ने आय से अधिक संपत्ति मामले में वरिष्ठ आईएएस रामविलास यादव को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, अब रिटायरमेंट से ठीक पहले ही यादव को देर रात विजलेंस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार आईएएस रामविलास यादव आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में घिर गए है। आईएएस रामविलास यादव उत्तराखंड शासन में अपर सचिव समाज कल्याण के पद पर कार्यरत थे, 30 जून को रिटायर होने वाले थे। लेकिन बुधवार को शासन ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था,बुधवार को तकरीबन 8 घंटे चली पूछताछ के बाद विजलेंस ने देर रात राम विलास यादव को गिरफ्तार कर लिया । गिरफ्तारी की पुष्टि पुलिस विजलेंस के डायरेक्टर अमित सिन्हा ने की। बताते चलें कि रामविलास उत्तराखण्ड शासन में समाज कल्याण और कृषि विभाग में यपर सचिव पद पर तैनात रहे।
गौरतलब है कि इसी साल अप्रैल के महीने में विजिलेंस ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले में एक एफआईआर दर्ज की थी। जिसके तहत जांच चल रही है। शासन ने उनके खिलाफ पहले ओपन जांच कराई थी। जिसमें आय से अधिक संपत्ति का खुलासा हुआ था। जिसके आधार पर विजिलेंस ने राम विलास यादव को गिरफ्तारी की है।
इससे पहले रामविलास यादव उत्तरप्रदेश में तैनात रहे तभी उन पर आय से अधिक समपत्ति होने सम्बन्धी आरोप लगे। यू पी सरकार ने भी इस पर विजिलेंस की जांच कराई थी।लेकिन जब तक रिपोर्ट आती उससे पहले ही 2019 में अपने मूल काडर उत्तराखण्ड लौट आये और कुछ ही समय मे उनकी पीसीएस से पदोन्नति हो गयी।
फिलहाल 30 जून को उनके रिटायरमेंट से एन एक सप्ताह पहले ही उनको विजिलेंस की गिरफ्तारी और अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।