देहरादून/पिथोरागढ़
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में कार खाई में गिरने से एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई, जबकि दो लोग घायल हो गए।
मृतकों में शिक्षक पति-पत्नी और उनका एक बच्चा है। मौके से बताया गया कि कर में बैठे सभी लोग हल्द्वानी से पिथौरागढ़ की ओर जा रहे थे। घायलों को पिथौरागढ़ के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना के अनुसार पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 25 किमी दूर चुपकोट बैंड के पास एक कार सड़क से नीचे करीब दो सौ मीटर गहरी खाई में जा गिरी। कार ऊपर सड़क से नीचे स्थित दूसरी सड़क पर पहुंचने के बाद करीब 200 मीटर गहरी में जा गिरी। कार चला रहे बलवंत जिमवाल (36) उनकी पत्नी पूर्णिमा जिमवाल (32) और उनके 6 वर्षीय पुत्र भाव्यांश की मौके पर ही मौत हो गई। कार में सवार सुरेंद्र बहादुर और नवनीत घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार मृतक बलवंत सिंह जिमवाल का परिवार मूल रूप से ओगला का रहने वाला है। वर्तमान में इनका परिवार जिला मुख्यालय के रई वार्ड में रह रहा था।
मृतक शिक्षक रानीखेत के राजकीय इंटर कालेज बासकोट में तैनात थे। उनकी पत्नी पिथौरागढ़ में ही गेस्ट टीचर थी। ये दोनों अपने बच्चे के साथ दीपावली मनाने के लिए अपने परिजनों के पास हल्द्वानी गये थे और शनिवार को वापस लौट रहे थे।
सूचना मिलने के बाद तहसीलदार पंकज चंदोला, कोतवाल प्रभात कुमार और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची।
SDRF के जवानों ने 200 मीटर गहरी खाई में उतरकर मृतकों और घायलों को खाई से बाहर निकाला। घायल सुरेंद्र बहादुर और नवनीत को जिला चिकित्सालय लाया गया। सुरेंद्र सेना के और नवनीत एसएसबी के जवान हैं।
सेना के जवान सुरेंद्र को देर सायं सेना चिकित्सालय भेजकर नवनीत को जिला चिकित्सालय में उपचार हेतु भेज दिया गया।
घायलों और मृतक परिवार के बीच कोई संबंध नहीं होना बताया गया है। समझा जा रहा है कि जवानों को शिक्षक ने वाहन में लिफ्ट दी थी। तहसीलदार पंकज चंदोला ने बताया कि दुर्घटना का कारण चालक बलवंत को नींद की झपकी आना हो सकता है।