देहरादून/उत्तरकाशी
लद्दाख के शिक्षाविद और पर्यावरण प्रेमी सोनम वांगचुक की रिहाई की मांग हिमालय राज्यों से उठने लगी है।
मंगलवार को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के सामाजिक और पर्यावरण संगठन गंगोत्री ग्लेशियर हिमालय एवं हिमनदियां बचाओ अभियान दल की सदस्य ग्लेशियर लेडी के नाम से विख्यात शांति ठाकुर ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक की हालिया गिरफ्तारी पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
संगठन ने मीडिया को बताया कि लद्दाख के प्रसिद्ध पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को NSA (नेशनल सिक्योरिटी एक्ट) के तहत गिरफ्तार किया गया है, जबकि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण था और वे क्षेत्र के पर्यावरण व आजीविका के लिए संघर्ष कर रहे थे। पत्र में उल्लेख किया गया कि सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी हिमालयी राज्यों की लोकतांत्रिक आवाज को दबाने की कोशिश है।
संगठन के संयोजक शांति ठाकुर ने प्रधानमंत्री से मांग की कि सोनम वांगचुक को तत्काल रिहा किया जाए और उनके आंदोलन की निष्पक्ष न्यायिक जांच हो। पत्र में हिमालयी क्षेत्र की संवेदनशीलता, बदलते मौसम, बाढ़, भूस्खलन व जलवायु परिवर्तन के खतरे की ओर भी ध्यान दिलाया गया।
पत्र में आगे कहा गया है कि हिमालयी राज्य हर साल 800 से अधिक आपदाओं की चपेट में रहते हैं और ऐसे आंदोलनों को दबाने से पर्यावरणीय संकट और भी बढ़ सकता है।
साथ ही पत्र में देश के प्रधानमंत्री से अनुरोध किया गया कि वह हिमालयी क्षेत्रों एवं उसके कार्यकर्ताओं की आवाज को सुने और दे की जनता को सुरक्षित भविष्य दें। इस अवसर पर उनके साथ कल्पना ठाकुर परमार,पूर्ण रावत,राखी राणा,एकादशी मौजूद रही।