उत्तरकाशी जिले के ग्राम पंचायत नंदगांव में आयोजित खुली बैठक में सर्वसम्मति से बीडीसी और प्रधान के चुनाव का निर्णय , फैसला बना चर्चा का विषय – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

उत्तरकाशी जिले के ग्राम पंचायत नंदगांव में आयोजित खुली बैठक में सर्वसम्मति से बीडीसी और प्रधान के चुनाव का निर्णय , फैसला बना चर्चा का विषय

देहरादून/उत्तरकाशी

उत्तराखंड का सीमांत जनपद हमेशा से सुर्खियों में रहा है। चाहे आपदा हो या यहां की प्राकृतिक सुंदरता,बर्फीली पहाड़ियां हो या फिर घास के बुग्याल,बोली भाषा हो या पहनावा यहां का सभी कुछ सदैव आकर्षण का केंद्र है।

अब बात करें चुनाव की तो त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान अक्सर ग्रामीणों के बीच गुटबाजी की शिकायतें मिलती रही है, लेकिन जिले के नौगाँव ब्लॉक के ग्राम पंचायत नंदगाव के ग्रामीणों ने बैठक कर आपसी सौहार्द और भाईचारे का परिचय देते हुए सर्वसम्मत से ग्राम प्रधान और क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव निर्विरोध संपन्न कराने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों का यह फैसला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

नौगाँव ब्लॉक में बड़कोट पट्टी के 1300 से अधिक मतदाताओं की ग्राम पंचायत नंदगाव में रविवार को ग्राम पंचायत की खुली बैठक हुई, जिसमें त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान व बीडीसी मेम्बर के चुनाव को लेकर चर्चा की गई। चुनाव को लेकर हुई चर्चा में ग्रामीणों ने प्रधान पद व क्षेत्र पंचायत सदस्य पर सर्वसम्मत से सहमति बनाने का फैसला लिया।

बैठक में गांव की उर्मिला विष्ट पत्नी रमेश पाल सिंह बिष्ट को ग्राम पंचायत का प्रधान और बीडीसी मेम्बर के लिए अनुजा बिष्ट पत्नी सचेन्द्र सिंह बिष्ट को निर्विरोध बनाने का प्रस्ताव रखा गया।

काफी देर तक चली लम्बी चर्चा के बाद ग्रामीणों ने एक स्वर में प्रस्ताव पारित करते हुए कहा कि बैठक में लिए गए निर्णय पर सभी लोगों को अडिग रहना होगा। चुनावी प्रक्रिया शुरू होने के बाद ग्राम पंचायत नंदगाव से प्रधान पद और क्षेत्र पंचायत सदस्य पर एक ही नामांकन पत्र दाखिल किया जाएगा। प्रस्ताव पर सभी ग्रामीणों के हस्ताक्षर थे।

ग्रामीणों ने कहा कि सर्वसम्मत से लिए गए निर्णय के मुताबिक अब प्रधान व बीडीसी मेम्बर का चुनाव निर्विरोध ही संपन्न कराया जाएगा। गांव के पूर्व प्रधान ने कहा कि प्रधान का चुनाव निर्विरोध संपन्न कराने वाली ग्राम पंचायत को सरकार की ओर से पुरस्कृत किया जाना चाहिए, जिससे अन्य गांव के लोग भी प्रेरित होकर चुनाव प्रक्रिया को निर्विरोध संपन्न कराएं और गांव में सौहार्दपूर्ण माहौल बना रहे। हालांकि अभी चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई है। निर्विरोध चुनाव को लेकर नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन ही स्पष्टता से मोहर लग पाएगी।

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