देहरादून
दि हंस फाउंडेशन के द्वारा वन विभाग के साथ वनाग्नि प्रवन्धन के कार्यों में सहयोग हेतु पूर्व में एक Mou उपलब्ध कराया गया था जिसका परीक्षण कर Mou करने हेतु प्रस्ताव उत्तराखण्ड शासन को प्रेषित किया गया था जिस पर आज सहमति के उपरांत MOU पर हस्ताक्षर किए गए।
उत्तराखण्ड शासन से प्राप्त अनुमोदन के क्रम में सोमवार को डॉ० धनन्जय मोहन, प्रमुख वन संचयक्षक (Hoff), उत्तराखण्ड की अध्यक्षता में दि हरा फाउंडेशन के साथ Mau निष्पादन हेतु बैचक आहुत की गयी।
बैठक में निशांत वर्मा, अपर प्रमुख वन संरक्षक, वनाग्नि एवं आपदा प्रबन्धन,उत्तराखंड, डॉ० धीरज पाण्डे, मुख्य वन संरक्षक, कुमार्क, धर्म सिंह मीणा, वन संरक्षक, भागीरथी वृत्त, दि. हंस फाउंडेशन के प्रतिनिधि सीमा सिंह, मनोज जोशी, दिव्या बिजल्वाण एवं नागेन्द्र तंगवान द्वारा प्रतिभाग किया गया।
सर्वप्रथम निशांत वर्मा, अपर प्रमुख संरक्षक, वनाग्नि एवं आपदा प्रबन्धन उत्तराखण्ड द्वारा दि हंरा फाउंडेशन द्वारा विगत वर्षों में वनाग्नि प्रवन्धन/नियन्त्रण में किये गये कार्यों के बारे में अवगत कराया गया। उसके उपरांत मनोज जोशी द्वारा दि हरा फाउंडेशन द्वारा विगत वर्षों में वनाग्नि प्रबन्धन / नियंत्रण में किये गये कार्यों का विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया गया। बैठक में प्रमुख वन रारक्षक (Horr), उत्तराखण्ड द्वारा दि हरा फाउंडेशन के Volunteers का विभाग के साथ वनाग्नि प्रवन्धन में रामन्यय स्थापित करते हुए अधिक राहयोग प्रामा करने हेतु निर्देश दिये गये।
MoU का उद्देश्य प्रदेश में वनाग्नि नियंत्रण को और प्रभावी बन्जना है एवं कनाग्नि प्रबंधन में अधिक जन-सहभागिता को बढ़ाना है। MoU के माध्यम से दि हंस फाउंडेशन द्वारा वन विभाग के साथ निम्नलिखित कार्यों में सहयोग प्रदान किया जायेगा—-
1 Muss level awareness drive.
2- Providing firefighting gears for front-line workers of the Forest Department.
3 Training and capacity building of volunteers
4 Insurance coverage to the firefighting volunteers
उक्त बैठक में वन विभाग एवं द हंस फाउंडेशन के बीच MoU पर हस्ताक्षर किये गए।