देहरादून
बढ़ती महंगाई से त्रस्त आमजन पहले ही ओरेशां दिखाई दे रहा है। किचन में यूज होने वाली हर चीज के दाम दिन ब दिन बढ़ते ही जाते हैं। गैस से लेकर दूध तक हर चीज के दाम में उछाल देखने को मिल रहा है। हाल ही में अमूल और मदर डेरी के दूध में बढ़ोतरी हुई तो प्रदेश सरकार भी आंचल दूध की कीमतों में बढ़ोतरी करने को तैयार दिख रही है।
इस संबंध में पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा की अध्यक्षता में 25 अगस्त को होने वाली बैठक में निर्णय होने जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पर्वतीय क्षेत्रों में दुग्ध उत्पादकों से गुणवत्ता के आधार पर 35 से 36 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से दूध खरीदा जाता है। सहकारी दुग्ध समितियों के माध्यम से पशुपालकों से दूध खरीद कर आंचल डेयरी का ब्रांड बाजार में बेचा जाता है। दूध की कीमत पर चर्चा के लिए समितियों और विभागीय अधिकारियों की बैठक बुलाई है। हर पहलु पर चर्चा के बाद ही दाम के संबंध में कोई निर्णय लिया जा सकता है।
प्रदेश के 13 जिलों में से कुछ जिलों में दूध के रेट कम हैं। ऐसे में चंपावत, चमोली, उत्तरकाशी समेत अन्य जिलों में दूध के दाम बढ़ाए जा सकते हैं।
बताते चले कि सहकारी दुग्ध समितियों के माध्यम से प्रदेशभर में 50 हजार से अधिक दुग्ध उत्पादकों से प्रतिदिन 1.80 लाख लीटर दूध एकत्रित किया जाता है। हाल ही में अमूल दूध के दाम में दो रुपये की वृद्धि की गई। देहरादून और हरिद्वार जिले में आंचल दूध की कीमत अमूल के बराबर ही है। ऊधमसिंह नगर, नैनीताल जिले में दूध के दाम कम हैं। इन जिलों में दूध के दाम एक से दो रुपये प्रति लीटर तक बढ़ने की गुंजाइश बाकी है।