देहरादून/उत्तरकाशी
गंगोत्री धाम में भागीरथी नदी का जलस्तर एक सप्ताह के भीतर तीसरी बार बढ़ने के कारण गंगा के स्नान घाट और आरती स्थल जलमग्न हो गए । नदी के जलस्तर के सीमित अंतराल में बढ़ने के कारण तीर्थपुरोहित और व्यापारी चिंतित हैं।
हालांक सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से पुलिस सहित एसडीआरएफ और क्यूआरटी की टीम मौके पर तैनात की गई है।
गोमुख और गंगोत्री घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण चीड़बासा से लेकर भोजबासा तक भागीरथी नदी के सहायक नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इसी वजह से भागीरथी नदी में जलस्तर अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। हालांकि पिछले हफ्ते भी देवगाड़ के पास के ग्लेशियर के टूटने के कारण भी भागीरथी नदी का जलस्तर बढ़ा था।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पानी की स्पीड इतनी तेज थी कि एक कुटिया बह गई और पानी गंगोत्री हेलिपैड तक पहुंच गया।
बताते चलें कि चार दिन पूर्व सुबह एक बार फिर नदी का जलस्तर बढ़ा। हालांकि वह अपने लेवल तक बना रहा। इसके बाद धाम के तीर्थ पुरोहित अभी राहत की सांस ले ही रहे थे कि रविवार सुबह सुबह एक बार फिर भागीरथी अपने रौद्र रूप में आ गई। पुरोहित सतेंद्र सेमवाल ने बताया कि रविवार सुबह से ही नदी के तेज वेग के कारण सभी घाट जलमग्न हो गए अगर अब भी सिंचाई विभाग जल्द ही सुरक्षा कार्य नहीं करता है तो यहां जान माल को लेकर बड़ा खतरा हो सकता है।