राज्य के सीमांत क्षेत्रों में बुनकरों की समस्याओं तथा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए, राज्यमंत्री वीरेंद्र दत्त सेमवाल 3 दिवसीय भ्रमण पर पहुंचे उत्तरकाशी – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

राज्य के सीमांत क्षेत्रों में बुनकरों की समस्याओं तथा व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए, राज्यमंत्री वीरेंद्र दत्त सेमवाल 3 दिवसीय भ्रमण पर पहुंचे उत्तरकाशी

देहरादून/उत्तरकाशी

उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्रों में बुनकरों की समस्याओं तथा हथकरघा व हस्तशिल्प की विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए, राज्यमंत्री उत्तराखंड हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद वीरेंद्र दत्त सेमवाल रविवार प्रातः उत्तरकाशी पहुॅंचे।

तीन दिवसीय; भ्रमण कार्यक्रम के दौरान ग्रोथ सेंटर डुंडा पहुॅचने पर महाप्रबंधक जिला उद्योग केन्द्र उत्तरकाशी द्वारा राज्यमंत्री का स्वागत किया गया।

उसके बाद राज्यमंत्री द्वारा उत्तरकाशी के विभिन्न ग्रोथ सेंटरों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान डुंडा में ग्रोथ सेंटर को संचालित करने वाले समूह सांची संगठन पहुंचकर वहां काम करने वाले बुनकरों के साथ संवाद किया।

इस दौरान उन्होंने स्थानीय बुनकरों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को सुना तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चल रही योजनाओं का लाभ प्रदान किये जाने और बुनकरों के लिए बेहतर अवसर प्रदान करने की दिशा में कदम उठाये जाने के निर्देश दिये।

राज्यमंत्री द्वारा हिमाद्रि एंपोरियम, कार्डिंग प्लांट, वुडन सीएफसी का भी स्थलीय निरीक्षण किया एवं हस्तशिल्प/काष्ठकला के शिल्पियों के साथ संवाद किया इस दौरान राज्यमंत्री द्वारा महाप्रबंधक के साथ सेंटर में स्थापित मां गंगा सीएलएफ नेताला द्वारा बनाए गए उत्पादों का भी निरीक्षण किया गया जो बाजार में हिलांश नाम से बेचे जाते हैं ।

राज्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और संवर्धित करना सरकार की प्राथमिकता है। हथकरघा और हस्तशिल्प उत्पाद न केवल राज्य की पहचान हैं, बल्कि ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘‘वोकल फॉर लोकल‘‘ और मुख्यमंत्री धामी के ‘‘आत्मनिर्भर उत्तराखंड’’ के दृष्टिकोण को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इस दौरान राज्यमंत्री ने बुनकरों की कला और मेहनत को उचित मंच प्रदान किये जाने के साथ साथ राज्य सरकार की योजनाओं के माध्यम से उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराये जाने के लिए कार्य किये जाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि हस्तशिल्प उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में पहचान दिलाये जाने तथा उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और उनके उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत है।

निरीक्षण के दौरान महाप्रबंधक जिला उद्योग केंद्र शैली डबराल, सहायक प्रबंधक डुडा आकाश, सहायक प्रबंधक सीमा बिष्ट, सहित विभिन्न ग्रोथ सेंटर के संचालक उपस्थित रहे।

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