देहरादून/उत्तरकाशी
चारधाम यात्रा के लिए यमुनोत्री धाम क्षेत्र में सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जा रही हैं। यात्रा की तैयारियों से जुड़े अधिकांश कार्य संपन्न कराए जा चुके हैं और विभिन्न व्यवस्थाओं को इन दिनों अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके लिए प्रशासन और यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभिन्न विभाग इन दिनों युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं।
बुधवार को जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यमुनोत्री क्षेत्र का दौरा कर चारधाम यात्रा की तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए सभी जरूरी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि चारधाम यात्रा को सुगम, सुरक्षित व सुविधाजनक बनाने लिए यात्रा व्यवस्था से जुड़े विभाग व संगठन निरंतर जुटे रहें।
जिलाधिकारी ने यमुनोत्री धाम के 6 किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग का स्थलीय निरीक्षण कर पूर्ण हो चुके कार्यों को परखा। इस दौरान रेलिंग की मरम्मत, रेन शेल्टर निर्माण, बिजली ,पानी , चिकित्सा और सफाई व्यवस्था तथा शौचालय आदि से संबंधित कार्यों का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने यात्रा के दौरान सभी व्यवस्थाओं को चुस्त दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश देने के साथ ही भंडेलीगाड पुल पर चल रहे अंतिम चरण के मरम्मत कार्य को भी अविलंब पूरा करने की हिदायत दी। इस दौरान वैकल्पिक पैदल मार्ग का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने आकस्मिकता अथवा श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने की स्थिति में इस मार्ग के उपयोगिता को भी परखा।
जिलाधिकारी ने नवनिर्मित हेलीपैड से यमुनोत्री धाम तक के मार्ग पर सुरक्षा, बिजली, पानी व सफाई व्यवस्था और शौचालयों के निर्माण कार्यों को जांचा तथा मंदिर के समीप बनाए गए चेंजिंग रूम , किचन के निर्माण कार्य सहित अन्य पूर्ण किए जा चुके कार्यों को भी देखा। यात्रा के दौरान सभी व्यवस्थाएं चाक- चौबंद रखने के निर्देश देते हुए जिलाधिकारी ने पुलिस बैरक के अंतिम चरण के कार्यों को भी जल्द से जल्द पूर्ण करने को कहा। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने यमुनोत्री धाम में घाटों की मरम्मत और बाढ़ सुरक्षा के कार्यों में तेजी लाने हेतु श्रमिकों की संख्या बढ़ाने तथा भारी मशीनों को जल्द से जल्द पहुंचाकर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिये।
जानकीचट्टी में यात्रा व्यवस्थाओं व तैयारियों का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने जिला पंचायत के अधिकारियों को घोड़ा पड़ाव की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने तथा घोड़े खच्चरों के लिए पैदल मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर बनाई गई चरी में गर्म पानी की निरंतर पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने यात्रा के सुव्यवस्थित संचालन तथा भीड़ नियंत्रण के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने और डंडी-कंडी व घोड़ा-खच्चरों हेतु प्रीपेड काउंटर तथा रोटेशन की उचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए।
यमुनोत्री धाम तथा जानकीचट्टी व खरसाली सहित सभी पड़ावों पर सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिए जाने पर जोर देते हुए जिलाधिकारी ने सुलभ इंटरनेशनल व जिला पंचायत के अधिकारियों को क्षेत्र में रहकर सफाई इंतजामों की निगरानी करने को कहा। रास्ते में कूड़ा व घोड़े खच्चरों की लीद के निस्तारण हेतु प्रतिदिन निरन्तर सफाई व्यवस्था तथा पैदल मार्ग पर जगह-जगह उचित स्थानों एवं ढाबों पर डस्टबिन आवश्यक रूप से रखवाने को कहा।
जानकीचट्टी सहित यमुनोत्री यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ावों पर अपने निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने यात्रियों की सुविधा के लिए किए गए इंतजामों, चिकित्सा सुविधाओं, पेयजल, विद्युत, पार्किंग, सफाई एवं टॉयलेट्स व्यवस्था का निरीक्षण कर यात्रा को लेकर की जा रही तैयारियों का निरीक्षण किया तथा पूर्ण हो चुके सभी कार्यों को यात्रा के दौरान सुचारू और नियमित बनाए रखने के सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी बड़कोट बृजेश कुमार तिवारी, उपजिलाधिकारी पुरोला मुकेश चंद रमोला, अधीक्षण अभियंता लोनिवि हरीश पांगती, जिला पर्यटन विकास अधिकारी के.के.जोशी, अधिशासी अभियंता सिंचाई पन्नी लाल, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल धर्मवीर सिंह, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी एचसी बिष्ट, कार्याधिकारी जिला पंचायत मोनिका भंडारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।