केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने एम्स में शुरू की पैक्स स्कैन की सुविधा, आयुष में डिपार्टमेन्ट ऑफ़ इन्टिग्रेटेड मेडिसिन शुरू, दीक्षांत समारोह में 434 उपाधियां की वितरित – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने एम्स में शुरू की पैक्स स्कैन की सुविधा, आयुष में डिपार्टमेन्ट ऑफ़ इन्टिग्रेटेड मेडिसिन शुरू, दीक्षांत समारोह में 434 उपाधियां की वितरित

देहरादून/ऋषिकेश

केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को एम्स ऋषिकेश में कई नयी स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन किया और दीक्षांत समारोह में 434 मेडल वितरित किए।

केंद्रीय मंत्री ने इन स्वास्थ्य सुविधाओं को गरीबों के हित में बताया। नयी सुविधाओं में पिक्चर आर्काइविंग एंड कम्युनिकेशन सिस्टम (पैक्स) और आयुष विभाग में एकीकृत चिकित्सा विभाग शामिल हैं।

केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री नड्डा ने मंगलवार को एम्स ऋषिकेश में विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाओं का उद्घाटन किया। इनमें रेडियोलाॅजी में काम आने वाली पिक्चर आर्चिविंग एण्ड काॅम्युनिकेशन सिस्टम (पैक्स) मशीन, आयुष में इन्टिग्रेटेड मेडिसिन और उन्नत बाल चिकित्सा सुविधा के अन्तर्गत सेन्टर फाॅर एडवांस्ड पीडियाट्रिक सहित विभिन्न स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं।

पिक्चर आर्चिविंग एण्ड काॅम्युनिकेशन सिस्टम (पैक्स)

रेडियोलाॅजी विभाग में काम आने वाली चित्र संग्रहण और संचार प्रणाली (पैक्स) एक ऐसी इमेजिंग तकनीक है जिससे डिजिटल छवियों और संबंधित डेटा को सुरक्षित रूप से संग्रहित और प्रसारित किया जाता है। यह प्रणाली चिकित्सा छवियों को सुरक्षित रूप से संग्रहीत करती है और उन्हें विभिन्न स्थानों पर डिजिटल रूप से पहुंचाती है। पैक्स का उपयोग एक्सरे, सीटी स्कैन और एमआरआई और अन्य इमेजिंग तकनीकों से प्राप्त छवियों को प्रबन्धित करने में किया जाता है। यह मशीन ट्राॅमा सेन्टर में स्थापित की गयी है। केन्द्रीय मंत्री द्वारा मंगलवार को एम्स में यह सुविधा भी शुरू की गयी।

इन्टिग्रेटेड मेडिसिन (आयुष विभाग)

आयुष विभाग में यह रोगी-केंद्रित देखभाल आयुष प्रणालियों को पारंपरिक चिकित्सा के साथ एकीकृत करेगा। एक की स्थान पर यह समग्र स्वास्थ्य का द्योतक है। इसमें एकीकृत चिकित्सा विभागों की स्थापना, एकीकृत ओपीडी का संचालन, एकीकृत आउटरीच कार्यक्रमों का आयोजन, आयुष पेशेवरों और चिकित्सकों को प्रशिक्षित करना, टेली आयुष सेवाएं और योगा हाॅल की सुविधाएं मिलेंगी। एम्स ऋषिकेश में यह एकीकृत चिकित्सा विभाग नैदानिक अभ्यास, आउटरीच, शिक्षा और अनुसंधान को मिलाकर अपने व्यापक मॉडल के साथ एकीकृत स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में राष्ट्रीय नेतृत्व और वैश्विक मान्यता के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगा।

सेन्टर फाॅर एडवांस्ड पिडियाट्रिक

केन्द्रीय मंत्री ने मंगलवार को ही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से स्थापित 42 बेड वाले ’सेन्टर फाॅर एडवांस्ड पिडियाट्रिक’ (सीएपी) पिडियाट्रिक आईसीयू का भी उद्घाटन किया। इस सेन्टर में एक महीने से अधिक और 14 वर्ष तक की उम्र के उन सभी बच्चों का इलाज किया जाता है जो गंभीर किस्म की बीमारी से ग्रसित होते हैं। इसमें जनरल वार्ड, पीडियाट्रिक आईसीयू और एचडीयू सहित विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध हैं। बाल रोगियों को एक ही स्थान पर सभी प्रकार के इलाज की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से संस्थान में यह स्वास्थ्य सुविधा विकसित की गयी है। इस केन्द्र को ट्राॅमा सेन्टर के निकट स्थापित किया गया है।

केंद्रीय मंत्री नड्डा और मुख्यमंत्री धामी ने आयुष भवन में आयुष एकीकृत कल्याण पथ और योगा कक्ष का भी उद्घाटन किया।

विभिन्न स्थानों पर हुए इन कार्यक्रमों के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा सहित मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, संस्थान के अध्यक्ष प्रो. समीरन नन्दी, कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह, डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्याश्री सहित कई अन्य मौजूद रहे।

दूसरी तरफ केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने पांचवें दीक्षांत समारोह में शामिल हो मेडिकल के 10 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान कर उन्हें गोल्ड मेडल से नवाजा। इस मौके पर उन्होंने मेडिकल के विद्यार्थियों से कहा कि देश के विकास में चिकित्सकों की अहम भूमिका होती है, लिहाजा उन्हें अपना अनुभव समाज व देश की सेवा में लगाना चाहिए।

मंगलवार को एम्स,ऋषिकेश के पांचवें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने मोदी जी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में किए जा रहे विशेष प्रयासों और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अटलबिहारी वाजपेई के प्रधानमंत्री बनने के बाद देशभर में एम्स संस्थानों से गति पकड़नी शुरू की। ऋषिकेश एम्स भी उनके द्वारा स्थापित किए हुए उन छह एम्स में से एक संस्थान है। मोदीजी के कुशल नेतृत्व का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने अब तक 16 एम्स देशवासियों की चिकित्सकीय सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने जिक्र किया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की नीतियों की बदौलत वर्तमान में देशभर में 1 लाख 75 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिरों से लोग स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त कर रहे हैं। बताया कि बीते दस वर्षों में देशभर में 780 मेडिकल कॉलेज स्थापित कर लाखों छात्र मेडिकल चिकित्सा प्राप्त कर रहे हैं।

नड्डा ने एम्स ऋषिकेश द्वारा उपलब्ध कराई जा रही टेलिमेडिशन , हेली एंबुलेंस, सुपरस्पेशलिटी सर्विस की सराहना की और कहा कि संस्थान की निदेशक प्रो. मीनू सिंह की अगुवाई में एम्स ऋषिकेश बेहतर व उपलब्धिपूर्ण कार्य कर रहा है, लिहाजा संस्थान की बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की बदौलत अन्य संस्थानों की तुलना में देशभर में विशेष पहचान है । उन्होंने कहा कि बीती आधी सदी में देश के पास एक एम्स था, मगर अटल बिहारी के प्रधानमंत्रित्व काल में देश में छह एम्स स्थापित हुए और नरेंद्र मोदी के दस वर्ष के कार्यकाल में अब तक 16 संस्थान स्थापित किए जा चुके हैं।

सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पिछले एक दशक के दौरान देश में आयुष्मान भारत जैसे स्वास्थ्य कार्यक्रमों की शुरुआत हुई, मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से उल्लेखनीय प्रगति हुई है। कहा कि एम्स ऋषिकेश रोबोटिक सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, हेली एंबुलेंस जैसी विशिष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करा रहा है, जो कि समुचे राज्य के मरीजों के लिए लाभकारी है।

सीएम ने बताया कि उत्तराखंड में पांच हजार से अधिक ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत राज्य सरकार अब तक उत्तराखंड में 14 लाख से अधिक मरीजों का उपचार करा चुकी है।

इससे पूर्व संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने एम्स संस्थान की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।

उन्होंने बताया कि संस्थान वर्तमान में 200 आईसीयू बेड के साथ अस्पताल सेवाओं के अंतर्गत 103 स्पेशल क्लिनिक, चार दर्जन से अधिक विभागों की ओपीडी सेवाएं संचालित कर रहा है।

निदेशक ने जिक्र किया कि संस्थान अब तक 1 लाख 38 हजार सर्जरी कर चुका है और स्थापनाकाल से अब तक संस्थान में 9 लाख से अधिक रोगियों को स्वास्थ्य लाभ ले चुके हैं।

इस दौरान निदेशक एम्स ने नवोदित चिकित्सकों से आह्वान किया कि चिकित्सकीय पेशा सेवाभाव का पेशा है, लिहाजा प्रत्येक रोगी का जीवन बचाना इसका प्रथम लक्ष्य है।

कार्यक्रम को संस्थान के अध्यक्ष प्रो. समीरन नन्दी व डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने भी संबोधित किया। समारोह के दौरान यूजी, पीजी, सुपर स्पेशलिटी तथा एलाइड साइंस 434 छात्र- छात्राओं को उपाधियां प्रदान की गईं।

डॉ. मनु मल्होत्रा एवं डॉ. जयंती पंत के संचालन में आयोजित समारोह में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंंत्री एवं हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, राज्य विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, सूबे के स्वास्थ्य एवं शिक्षामंत्री डॉ. धन सिंह रावत, नैनीताल के सांसद अजय भट्ट, काबिना मंत्री सुबोध उनियाल, पूर्व काबीना मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, डीन एकेडमिक प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्या श्री, उपनिदेशक प्रशासन कर्नल राजीव सेन रॉय, डीन एक्जाम प्रो. प्रशांत पाटिल, वित्तीय सलाहकार ले. कर्नल एस. सिद्धार्थ, आयोजन समिति की अध्यक्ष प्रो. लतिका मोहन, सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, फेकल्टी सदस्य, अधिकारी व मेडिकल व नर्सिंग छात्र छात्राएं मौजूद रहे।

दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों में एमबीबीएस के 98, बीएससी ऑनर्स नर्सिंग के 95, बीएससी एलाईड हेल्थ सांईस के 54, एमडी/एमएस/एमडीएस के 109, एमएससी नर्सिंग के 17, एमएससी मेडिकल एलाईड के 1, मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ के 12, डीएम/एमसीएच के 40 और पीएचडी के कुल 8 छात्र-छात्राओं समेत कुल 434 उपाधियां प्रदान की गयीं।

जिनमें स्वर्ण पदक डा. हैदा आयुष अजय कुमार, 2021 बैच एमसीएच,डॉ. रिद्मा बहल, 2022 बैच एमसीएच,डॉ. इप्शिता साहू, 2021 बैच एमसीएच,डॉ. आंकाक्षा विजय व्यास, 2022 बैच एमडीएस,

डॉ. कशिश, 2018 बैच एमबीबीएस,डॉ. अदिति, 2018 बैच एमबीबीएस,डॉ. रिशिता, 2028 बैच एमबीबीएस ,डॉ. संचित गुप्ता, 2018 एमबीबीएस,वर्षा शर्मा, 2022 बैच एमएससी नर्सिंग, पारूल पाल, 2020 बैच बीएससी नर्सिंग। वहीं सिल्वर पदक डॉ. मोमिता,कांस्य पदक

डॉ. अदिति, 2018 बैच एमबीबीएस को प्रदान किया गया।

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