देहरादून
उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लि०के संदर्भ में आधिकारिक रूप से बताया गया है कि यूपीसीएल को बदनाम करने हेतु काशीपुर एवं रूडकी क्षेत्रों के अन्तर्गत उद्योगों में विद्युत चोरी के सम्बन्ध में तथ्यहीन एवं भ्रामक आरोप लगाये जा रहे है जो कि पूर्णतः असत्य है।
जानकारी देते हुए बताया गया कि उपाकालि में विगत कई वर्षों से उद्योगों के कनेक्शनों को KCC (Kay Consumer Cell) के अन्तर्गत उनकी Baang की जाती है एवं प्रत्येक उद्योग के बिलिंग के डाटा का विश्लेषण सम्बन्धित अधिशासी अभियन्ता स्तर पर प्रत्येक माह किया जाता है।
उपाकालि में विगत वर्षों में अपने T&D & ATC लॉसेज को कम किया है एवं भारत सरकार द्वारा जारी किये गये विभिन्न सर्वेक्षणों उपाकालि को प्रथम तीन से चार उत्कृष्ठ राज्यों में स्थान दिया गया है। यह सब इसलिए हो पाया कि यूपीसीएल की कार्यक्षमता दिन व दिन वेहतर हो रही है।
भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं यथा RDSS Scheme की AMISP & Loss Reduction वर्तमान में कार्यशल है एवं इन योजनाओं का मुख्य उदद्देश्य T&D & AT&C लॉसेस को कम करना है।
इनके कम करने के मानक भारत सरकार द्वारा निर्धारित किये गये है।
इसके अतिरिक्त उत्तराखण्ड पावर कारपोरेशन लि० के विभिन्न खण्डों द्वारा समय-समय पर सूचना मिलने पर सम्बन्धित खण्डों द्वारा विद्युत चोरी की चैंकिग करते हुए कार्यवाही की जाती हैं।