देहरादून/भुवनेश्वर
उत्तराखंड के पर्वतीय अंचलों में खेल कूदकर पली बढ़ी अंकिता ध्यानी ने एथलेटिक्स में प्रदेश का नाम रोशन किया है। विदित हो कि 15 से 19 जून तक भुवनेश्वर में आयोजित की गई 62वीं नेशनल इंटर स्टेट एथलेटिक्स प्रतियोगिता के आखिरी दिन उत्तराखंड की अंकिता ध्यानी ने 5000 मीटर रेस में ब्रॉन्ज मेडल लेकर उत्तराखंड का नाम रोशन किया है।
अंकिता ने एथलेटिक्स की शुरुआत गर्ल्स हॉस्टल रुद्रप्रयाग में कोच महेशी के सानिध्य में की, जिन्होंने उन्हें कई साल प्रशिक्षण देकर कई नेशनल मेडल प्राप्त करवाए।
अंकिता इन दिनों बेंगलुरु में इंडियन कैंप में ट्रेनिंग कर रही है।
अंकिता और उनकी कोच महिषी को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाइयों का सिलसिला जारी है।
विषम परिस्थितियों में स्वयं की पहचान बनाने का सपना लिए मेरूड़ा निवासी महिमानंद ध्यानी व लक्ष्मी देवी की पुत्री अंकिता सपनों को साकार करने में जुट गई। नतीजा, मात्र 16 एक्स वर्ष की आयु में अंकिता राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने में कामयाब हुई। गांव की पथरीली पगडंडियों में अंकिता ने अपनी शिक्षिका रिद्धि भट्ट और कोच महिषी की प्रेरणा से दौड़ना शुरू किया। इन पगडंडियों ने अंकिता के पैरों को इस कदर मजबूती दी कि आज वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी सफलता के परचम लहरा रही है।