देहरादून
रविवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सुबह 7बजे से भारी संख्या में दिलाराम बाजार में जुटने शूरु एक हज़ार से भी ज्यादा विभिन संगठनो से जुड़े लोग एकत्रित हुए।
ग्रीन दून के हिमांशु अरोरा ने बताया कि भले ही मुख्यमंत्री ने कैंट रोड के पेड न काटने के आदेश दिए है लेकिन झाझरा आशारोड़ी से पौण्टा साहिब तक रोड बनाने में लगभग 40,000 पेड़ काटे जाने प्रस्तावित है। उनको काटने का आदेश भी निरस्त करना चाहिए।
मौके पर पहुंचे सतीश धौलखंडी त्रिलोचन भट्ट जयदीप सकलानी के पेडो पर आधरित जनगीत गाकर समा बांध दिया।
इसके बाद इरा चौहान ने सबसे लाइन लगाकर पुलिस चौकी हाथी बड़कला तक पैदल मार्च का आह्वान किया भारी संख्या में एकत्रित होकर और सेंट्रियो मॉल तक पहुंचते पहुंचते काफी संख्या में पहुंचे लोगो की सभा को रवि चोपड़ा प्रसिद्ध पर्यवेरणविद ने सबोधित करते हुए कहा कि ये लम्बी लड़ाई है केवल खलंगा व कैंट रोड पर जनदबाव के कारण ये कदम वापिस लिए गए है।लेकिन अभी विकास के नाम पर कई हज़ार पेड़ कटने की लाइन में है।
सामाजिक कार्यकर्ता अनूप नॉटियाल ने रेत माफियाओ के बारे में आगाह किया देहरादुन का तापमान 43 डिग्री पार होने पर भी किसी सरकारी प्रतिनिधि ने कोई शब्द नही बोले।
सामाजिक कार्यकर्ता जगमोहन मेंदीरत्ता ने बताया कि आज से कुछ साल पहले देहरादुन का क्या स्वरूप था यहाँ गर्मी का अहसास ही नही होता था। आज विकास के नाम पर पेडो को काटकर बड़े बड़े माल बहुमंजिला इमारते शहर के बीचों बीच बनाने से जहाँ पर्यावरण को नुकसान पहुंचा है वहा बिजली पानी सीवर सड़क जाम जैसी समस्याओं भी बढ़ी है जिसका हमको सांमना करना पड़ा है। उन्होंने सेंट्रियो माल की इस छोटी सड़क पर बनाने की अनुमति देने के कारणों पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया।
जनसभा की विजय भट्ट, तन्मय ममगाईं, जया ,रुचि, राधा चटर्जी आदि ने उपस्थित लोगों को शपथ दिलाई।
कार्यक्रम मे मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र लिखकर देहरादुन के तमाम मुद्दों की और उनका ध्यान दिलाया, इस दौरान पर्यावरण संबंधी कई नुक्कड़ नाटक कर लोगो को जागरूक किया गया।