जब मुख्य सचिव ने आगामी 15 दिन तक केदारनाथ में VVIP एवंVIP को दर्शन पर पूर्णतया रोक लगाई थी तो फिर सीएम धामी अपनी ही सरकार के आदेश को धता बता कपाट खुलने के पहले ही दिन क्यों पहुंचे – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

जब मुख्य सचिव ने आगामी 15 दिन तक केदारनाथ में VVIP एवंVIP को दर्शन पर पूर्णतया रोक लगाई थी तो फिर सीएम धामी अपनी ही सरकार के आदेश को धता बता कपाट खुलने के पहले ही दिन क्यों पहुंचे

देहरादून

उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री करन माहरा ने प्रदेश वासियों को अक्षय तृतीया एवं भगवान श्री केदारनाथ ज्योतिर्लिंग के कपाट खुलने पर हार्दिक बधाई दी है।

साथ ही करन माहरा ने सवाल उठाया कि जब उत्तराखण्ड शासन के मुख्य सचिव द्वारा आदेश जारी करते हुए श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए आगामी 15 दिन तक श्री केदारनाथ धाम में वीवीआईपी एवं वीआईपी के दर्शन पर पूर्णतया रोक लगाई गई थी तो फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी ही सरकार के आदेश को धता बताते हुए कपाट खुलने के पहले ही दिन केदारनाथ क्यों पहुंचे?

करन माहरा ने कहा कि भाजपा सरकारों में हमेशा दोहरा मापदंड अपनाया जाता है एक नियम और कानून देश एवं प्रदेश की आम जनता के लिए होता है तथा दूसरा भाजपा के नेताओं के खुद के लिए होता है जिसका वे जब चाहें उलंघन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री धामी अपनी सरकार के आदेशों का उलंघन करते हैं तथा आम जनता को शासन के आदेशों का पालन करने की नसीहत देते हैं यह भाजपा के नेताओं का दोहरा चरित्र और दोहरा मापदंड है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी भाजपा नेताओं ने शासन के नियमों एवं पारम्परिक नियमों को कई बार तोड़ा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारनाथ मन्दिर के गृभ ग्रह में तस्वीरें खिंचवा कर कई बार पारम्परिक नियमों की धज्जियां ही नहीं उड़ाई अपितु सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोगों की आस्था को भी गहरी ठेस पहुंचाई है। उन्होंने कहा कि इससे यह भी स्पष्ट हो गया है कि भाजपा नेताओं को किसी धर्म में आस्था नहीं है वे केवल राजनीतिक रोटियां सेकने और दिखावा करने के लिए धर्म का चोला ओडते हैं।

करन माहरा ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर ही उत्तराखण्ड शासन द्वारा अन्य राज्यों के मुख्य सचिवों को भी पत्र के माध्यम से अपील की गई थी कि कपाट खुलने के शुरूआती 15 दिनों तक वीआईपी एवं वीवीआईपी दर्शन को टाला जाय परन्तु स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर िंसह धामी ने इस आदेश का उलंघन किया है जिसके लिए उन्हें देश एवं प्रदेश की जनता से क्षमा याचना करनी चाहिए।

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