जम्मू के उधमपुर में ड्यूटी के दौरान शहीद दीपक पांडे पंचतत्व में विलीन,चित्रशिला घाट पर अश्रुपूरित नेत्रों से लोगो ने दी अंतिम विदाई – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

जम्मू के उधमपुर में ड्यूटी के दौरान शहीद दीपक पांडे पंचतत्व में विलीन,चित्रशिला घाट पर अश्रुपूरित नेत्रों से लोगो ने दी अंतिम विदाई

देहरादून/मुक्तेश्वर

जब तक सूरज चांद रहेगा दीपक तेरा नाम रहेगा जैसे नारे गूंजने लगे। पार्थिव शरीर देखते ही दीपक की माता और बहन बेहोश हो गईं। इस दौरान परिवार के लोगों के साथ क्षेत्रवासियों ने दीपक को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इसके बाद दीपक पांडे का अंतिम संस्कार रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर सैनिक सम्मन के साथ किया गया।
जम्मू के उधमपुर में शहीद हुए मुक्तेश्वर के जवान दीपक पांडे का पार्थिव शरीर को उनके घर लाए जाते ही परिवार में कोहराम मच गया था। इस दौरान स्थानीय लोगों ने शहीद दीपक को श्रद्धांजलि देने के बाद रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट की ओर शव यात्रा रवाना हुई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार देवभूमि उत्तराखंड का लाल जम्मू कश्मीर में शहीद हुआ है। कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर का जवान दीपक पांडे शनिवार शाम ड्यूटी के दौरान एक दुर्घटना में शहीद हुआ है। शहीद दीपक पांडे का पार्थिव शरीर उसके घर पहुंचते ही परिवार में कोहराम मच गया। दीपक पांडे का अंतिम संस्कार रानीबाग स्थित चित्रशिला घाट पर किया गया।
मुक्तेश्वर थाना क्षेत्र के मल्ला गहना सुपाकोट के रहने वाले 27 वर्षीय दीपक पांडे कुमाऊं रेजीमेंट के बंगाल इंजीनियरिंग में तैनात थे। शनिवार को ड्यूटी पर तैनात दीपक की एक हादसे में उनकी जान चली गई। जवान का पार्थिव शरीर उनके आवास पहुंचाया गया। जवान के पार्थिव शरीर के घर पहुंचाए जाते ही कोहराम मच गया। भारी संख्या में स्थानीय लोगों के साथ-साथ सेना के जवानों ने भी दीपक पांडे को श्रद्धांजलि दी।
दीपक पांडे 2017 से कुमाऊं रेजीमेंट के बंगाल इंजीनियरिंग में इलेक्ट्रीशियन के पद पर तैनात थे। वर्तमान में उनकी तैनाती जम्मू के उधमपुर में थी। उनके परिवार में माता-पिता के अलावा एक छोटी बहन और एक बड़ा भाई है।
उनके बड़े भाई घर पर ही रहकर खेती बाड़ी का काम संभालते हैं।
शहीद दीपक की माता आंगनबाड़ी में काम करती हैं।उनके पिता रमेश चंद्र पांडे पूजा पाठ का काम कर परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि भले ही हमारे परिवार के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है किंतु हमको फख्र है कि बेटा सेना में रहते हुए देश के काम आया ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *