जागेश्वर मंदिर मामले में डीएम के आदेश पर सांसद धर्मेंद्र कश्यप पर दर्ज हुआ मुक़द्दमा

देहरादून/अल्मोड़ा

जिलाधिकारी के आदेश के बाद जागेश्वर धाम मंदिर परिसर में अभद्रता के आरोपी भाजपा सांसद धर्मेंद्र कश्यप के विरूद्ध मंदिर प्रबंधक की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

राजस्व पुलिस ने आईपीसी की धारा 504 और आपदा आपदा प्रबन्धन एक्ट की धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज किया।

जागेश्वर मंदिर के प्रबंधक भगवान भट्ट ने राजस्व निरीक्षक क्षेत्र कोटुली तहसील भनौली को दी तहरीर में कहा है कि विगत शनिवार को यू पी के बरेली जिले के आंवला से सासंद धर्मेंद्र कश्यप व उनके दो साथियों मोहन राजपूत एवं सुनील अग्रवाल तथा उत्तर प्रदेश के चार पुलिसकर्मियों के साथ मंदिर में दर्शन व पूजा करने पहंचे थे। कोविड गाइड लाइन के चलते 6 बजे बाद पूजा की इजाजत नही थी। मना करने पर सांसद और साथियो ने हंगामा काटा।

कोविड प्रोटोकॉल के चलते दर्शनों की व्यवस्था सुबह 6:30 से शाम 6 बजे तक की ही है वहीं प्रातःकालीन पूजा का समय सात बजे और सायंकालीन पूजा का समय साढ़े चार बजे तक नियत है। उसके उपरांत मंदिर परिसर में केवल स्थानीय पुजारी सायं की आरती की तैयारी के लिए उपस्थित रहते हैं।

दी गयी तहरीर के मुताबिक सासंद धर्मेंद्र कश्यप व उनके साथियों के द्वारा पूजा व दर्शन के लिए सायं साढ़े तीन बजे मंदिर परिसर में प्रवेश किया गया और नियम विरुद्ध शाम छह बजे के उपरांत भी मंदिर परिसर में अनावश्यक रूप से मौजूद रहे।

प्रतिदिन की भांति जब मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार श्रद्धालुओं हेतु बंद कर दिया गया तब मंदिर के अंदर पहले से उपस्थित श्रद्धालुओं से ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों द्वारा दर्शन की अवधि के संबंध में अवगत कराया गया तथा सभी को परिसर से बाहर जाने हेतु निवेदन किया गया। लेकिन बार बार कहने के बावजूद सासंद अपने साथियों के साथ मंदिर से बाहर आने को तैयार नहीं हुए तब स्वयं मंदिर प्रबंधक भगवान चंद भट्ट द्वारा सासंद के साथ आये मोहन राजपूत को अवधि समाप्त होने का हवाला देकर बाहर जाने का अनुरोध किया गया। परन्तु मोहन राजपूत द्वारा बाहर न जाने को लेकर बहस की गई और साथ में खड़े सासंद धर्मेंद्र कश्यप द्वारा गाली गलौज व अपशब्दों का प्रयोग किया गया। मामले की वीडियो स्थानीय लोगों द्वारा बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।

जागेश्वर मंदिर प्रबंधक द्वारा सासंद व उनके साथियों से मंदिर परिसर में शांति बनाए रखने तथा कार्यालय में शांति से बैठकर बात करने का निवेदन भी किया गया परतुं सासंद द्वारा लगातार गाली गलौज व अपशब्द का प्रयोग किया जाता रहा। इस दौरान उन्होंने पुजारियों तथा स्थानीय जनता के लिए भी अपशब्द प्रयोग किये और उन्हें भिखारी बताते हुये कहा कि इन लोगों वह हर माह पैसा देते हैं।

तहरीर में कहा गया है कि इस घटना से स्थानीय लोगों व श्रद्धालुओं में आक्रोश है साथ ही सासंद धर्मेंद्र कश्यप द्वारा दर्शन व पूजा हेतु लागू एस ओ पी का उल्लंघन भी किया गया ।

हालांकि इस मामले में रविवार दिन में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सोमवार को एक घंटे का उपवास रखने ओर भाजपा से माफी मांगने को लेकर प्रदेश कांग्रेस की तरफ से अभियान चलाने की बात कह चुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.