मुख्यमंत्री धामी ने कहा भर्तियों को लेकर हुई गड़बड़ियों की जांच को सरकार गम्भीर,किसी को बख्शा नही जाएगा,दरोगा भर्ती की जांच विजिलेंस को

देहरादून

सीएम धामी ने भी भर्तियों में हुई गड़बड़ियों को लेकर बड़ा बयान दिया है। विधानसभा में हुई भर्तियों की जाच के  लिए विधानसभा अध्यक्षा से आग्रह किया जाएगा। उन्होंने दरोगा भर्ती की जांच विनिलेन्स को सौंपने की बात भी कही।वही STF ने भर्ती मामले के एक और मास्टरमाइंड को लखनऊ से अरेस्ट किया है। वहीं मुख्यमंत्री ने दरोगा भर्ती मामले में विजिलेंस को जांच सौप दी है।

उन्होंने कहा कि भर्ती घोटालों में किसी को भी नही बख्शा जायेगा, चाहे किसी के हाथ कितने भी लम्बे क्यों न हो कानून अपना काम करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे हम आगे के लिये भी एक नजीर बनाना चाहते हैं जिससे इस घटना की पुनरावृति न हो क्योंकि हमें अपने बेटे-बेटियों के आज और कल की चिंता है, उनके वर्तमान एवं भविष्य का सवाल है। हमें प्रदेश में भर्ती प्रक्रियाओं का ऐसा सिस्टम बनाना होगा कि आगे भविष्य में कोई इस तरह का कृत्य करने की सोच भी न सके। लगातार जांचे चल रही है जिसके परिणाम धीरे-धीरे आप सभी के समक्ष आते जा रहे हैं।
विधानसभा में नियुक्तियों में गड़बड़ी की आ रही शिकायतों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा एक संवैधानिक संस्था है, और हम विधानसभा अध्यक्षा से अनुरोध करेंगे कि विधानसभा में जितनी भी भर्तिया हुई है जिनमें शिकायत आ रही है, वो नियुक्ति चाहे किसी भी कालखण्ड की हो उनमें निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

दूसरी ओर उत्तराखंड एसटीएफ ने आयोग का पेपर लीक कराने और राज्य में विभिन्न परीक्षाओं में नकल कराने वाले एक और गैंग के सरगना को गिरफ्तार कर लिया।

STF ने बताया कि आरोपी उत्तरप्रदेश के कुछ लोगों के साथ मिलकर कुमाऊं क्षेत्र में ऑनलाइन सेंटरों से आयोग की परीक्षाओं के पेपर लीक कराता था। आरोपी ने पूछताछ में 35 से ज्यादा अभ्यर्थियों को नकल कराने की बात भी स्वीकार कर ली है।

वहीं पेपर लीक मामले में गढ़वाल और कुमाऊं में दो नकल माफियाओं के मास्टरमाइंड समेत एसटीएफ अब तक 27 गिरफ्तारियाँ कर चुकी है।

एसटीएफ ने सबसे पहले UKSSSC पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड गढ़वाल से हाकम सिंह रावत और कुमाऊं से चंदन सिंह मनराल की अरेस्टिंग क बाद गत दिवस एसटीएफ ने आरआईएमएस कंपनी लखनऊ के मालिक राजेश चौहान को पेपर लीक करने और केंद्रपाल व अन्य के माध्यम से सौदा करने के साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार किया था। राजेश को इन दोनोंके बाद अभी तक सबसे बड़ा मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। आज ही एसटीएफ ने परीक्षा लीक मामले में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के नकल माफिया के एक और गठजोड़ का पर्दाफाश कर नकल के नए सेंटर का भी खुलासा किया है।

एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आज वीपीडीओ परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में उत्तर प्रदेश के चंदौली निवासी शशिकांत हाल निवासी हल्द्वानी को गहन पूछताछ और पुख्ता साक्ष्यो के आधार पर गिरफ्तार किया है। टीम द्वारा नैनीताल के डिंगता रिजॉर्ट धनाचूली बैंड में नकल कराए गए 35 छात्रों को पूछताछ के बाद चिन्हित किया गया है।

STF के अनुसार अभियुक्त के अपने खुद के 4 ऑनलाइन परीक्षा केंद्र हल्द्वानी, अल्मोड़ा, चम्पावत,पिथौरागढ़ में खोले हुए हैं। परीक्षा केंद्रों में अब तक जानकारी के अनुसार 40 से अधिक परीक्षाएं ऑनलाइन आयोजित हुई हैं। उत्तरप्रदेश के नकल माफिया शशिकांत पर उत्तराखंड में वर्ष 2013 में सीटीईटी परीक्षा में नकल कराने पर हल्द्वानी में भी मुकदमा दर्ज है।

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