देवी भागवत के तीसरे दिन व्यास ने श्रीकृष्ण की कथा एवं देवकी के छह पुत्रों के जन्म की कथा विस्तार पूर्वक सुनाई और मां भगवती के उत्तम चरित्र का वर्णन किया

देहरादून

 

ईष्ट देव सेवा समिति एवं डालनवाला जन कल्याण समिति के संयुक्त तत्वाधान में दिव्य श्रीमद् देवी भागवत कथा के तृतीय दिवस में मां धारी देवी नागराजा उपासक आचार्य सुरेंद्र प्रसाद सुन्दरियाल महाराज ने दिव्य कथा का रसपान कराया पूज्य व्यास महाराज ने राजा जन्मेजय को मां भगवती के महान यज्ञ का विधान बताकर राजा जनमेजय को भक्ति की डोर में बांधा एवं राजा जन्मेजय को भगवान विष्णु के अनेक अवतारों का वर्णन बताया जिसमें जन्मेजय के मन में यह जिज्ञासा उत्पन्न उत्पन्न हुई व्यास आप मुझे भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कथा सुनाने की महान कृपा करें मेरे मन में भगवान श्री कृष्ण के उत्तम चरित्र को श्रवण करने की दिव्य जिज्ञासा उत्पन्न हो रही है अर्थात गुरु का यह कर्तव्य होता है कि अपने शिष्य की प्रत्येक जिज्ञासा को अपने ज्ञान चक्षु से एवं वाणी से उसके हृदय की जिज्ञासा को शांत करें जो पूजा व्यास ने किया। व्यास ने श्रीकृष्ण की कथा एवं देवकी के छह पुत्रों के जन्म की कथा विस्तार पूर्वक वर्णन करी तत्पश्चात महाराज ने मां भगवती के उत्तम चरित्र का वर्णन भक्तों को श्रवण कराया।

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