देहरादून/ऋषिकेश अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में जनरल सर्जरी विभाग व कॉलेज ऑफ नर्सिंग की ओर से नेशनल वुंडकॉन-2019 का आयोजन किया गया। जिसमें विशेषज्ञों ने प्रतिभागी चिकित्सकों को जख्मों व संक्रमण के उपचार से संबंधित जानकारियां दी। इस अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने वुंड मैनेजमेंट को शल्य चिकित्सा का महत्वपूर्ण विषय बताया, उन्होंने कहा कि इस विषय का ज्ञान सभी चिकित्सकों को होना चाहिए। एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत ने उम्मीद जताई कि राष्ट्रीय सम्मेलन के सभी प्रतिभागी जख्मों व संक्रमण की संपूर्ण चिकित्सा प्रणाली से रूबरू हो सकेंगे। एम्स ऋषिकेश में सामान्य शल्य चिकित्सा विभाग की ओर से शुक्रवार को 21वीं नेशनल कांफ्रेंस ऑफ इंडियन सोसाइटी ऑफ वुंड मैनेजमेंट में सामान्य व अन्य सभी प्रकार के जख्म व संक्रमण के इलाज और उनसे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियों से चिकित्सकों को अवगत कराया गया। वरिष्ठ सर्जन व इंटीग्रेटेड ब्रेस्ट कैंसर क्लिनिक प्रमुख प्रोफेसर बीना रवि ने नेशनल कांफ्रेंस में प्रतिभाग के लिए देशभर से जुटे विशेषज्ञ चिकित्सकों व प्रतिभाागियों का स्वागत किया। जख्म व संक्रमण के उपचार पर आधारित राष्ट्रीय सम्मेलन विषय विशेषज्ञ केट वुडहेड ने प्रतिभागियों को ऑपरेशन के बाद होने वाले संक्रमण के इलाज के तौर तरीके बताए। इस अवसर पर तूहीन बनर्जी, सुक्रिया नायक, हरिकृष्ण, के. राघव नायर, जूलियट प्राइस आदि विशेषज्ञों ने सभी प्रकार के संक्रमण पर व्याख्यान प्रस्तुत किया। कांफ्रेंस के दौरान देशभर से जुटे चिकित्सकों व एम्स अस्पताल के चिकित्सकों व नर्सिंग ऑफिसर्स ने हैंड्स ऑन वर्कशॉप में भी हिस्सा लिया। आयोजन समिति की ओर से बताया गया कि तीन दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस वुडकॉन-2019 का एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत शनिवार को विधिवत शुभारंभ करेंगे। इस अवसर पर बीएचयू बनारस के प्रो. वीके शुक्ला, जनरल सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. सोमप्रकाश बासू, ट्रामा सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. कमर आजम, डीन नर्सिंग प्रो. सुरेश कुमार शर्मा, डा. संजीव मित्तल, डा. फरहान उल हुदा, डा. मधुवरी वाथुल्या, डा. सुधीर कुमार, डा. अजय कुमार,डा. प्रतीक शारदा, अशीषा जहाँगीर आदि मौजूद थे।