बुधवार तक आ सकते हैं जल्द सुरंग में फंसे हुए 41 श्रमिक, सोमवार की रात 50 मीटर ड्रिल हो चुका है पार

देहरादून
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा टनल के अंदर 12 नवंबर से फंसे 41 मजदूरों को लगातार बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास जारी हैं।
हालांकि लगातार रेस्क्यू के दौरान बड़ी बड़ी बढ़ाएं का सामना भी करना पड़ रहा है।
मौके पर केन्द्र सरकार के साथ ही राज्य सरकार मौके पर अपने अमले को भेज रहा है। प्रधान मंत्री मोदी सीधी नजर बनाए हुए हैं। सीएम धामी भी मौके पर ही डटे हुए हैं। केंद्र के वरिष्ठ मंत्री हो या पीएम कार्यालय के सचिव या फिर प्रदेश के मुख्य सचिव, डीजी इन्फॉर्मेशन या आपदा प्रबंधन सचिव वहीं दुनिया भर के सुरंग विशेषज्ञ लगातार अपनी अपनी विशेषज्ञता के हिसाब से राय मशवरा दे ले रहे हैं।
इसके साथ ही शासन परशासन सुरक्षा एवम् चिकित्सक एजेंसियों के साथ पूरी तरह से मुस्तैद है। सी एम धामी की मौजूदगी में अब मैन्युअल ड्रिलिंग भी की जा रही है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, सुरंग के अंदर मैनुअल ड्रिलिंग चल रही है और पाइप को धकेलने के लिए बरमा मशीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऑगर मशीन के खराब हो जाने के बाद अब हाथ से खुदाई करने का फैसला किया गया था।
माइक्रो टनलिंग एक्सपर्ट क्रिस कूपर ने बताया कि कल रात यानी सोमवार 27 नवंबर की रात को काम बहुत अच्छा हुआ है। उन्होंने कहा कि 50 मीटर पार किया जा चुका है। अब लगभग 5-6 मीटर जाना बाकी है। कल रात हमारे सामने कोई बाधा नहीं थी। यह हम सबके लिए बहुत ही अच्छी खबर है। अब काफी चीजें सकारात्मक दिखने लगी हैं।
हालांकि पीएम मोदी ने पिछले दो हफ्ते से उत्तराखंड सुरंग में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए चल रहे बचाव अभियान में सरकार और विभिन्न एजेंसियों के सामूहिक प्रयासों पर जोर दिया।उन्होंने बचाव प्रयासों के दौरान प्रकृति द्वारा उत्पन्न चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए लोगों से फंसे हुए मजदूरों के सुरक्षित रेस्क्यू के लिए प्रार्थना करने को कहा। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही हमारे 41 श्रमिक भाई लोग सुरंग से बाहर निकल आएंगे।इस खबर के बाद श्रमिको के परिजनों के साथ ही अधिकारियों में उत्साह का संचार हुआ है।

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