एनएसयूआई ने पुलिस मुख्यालय पहुंच बागेश्वर में ABVP के मेंबर्स द्वारा NSUI कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी और गिरफ्तारी को लेकर एडीजी अंशुमान से की मुलाकात

देहरादून

बुधवार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI )द्वारा प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी के नेतृत्व में एडीजी ए.पी. अंशुमान को ज्ञापन दिया गया जिसमे पुलिस द्वारा सरकार के दवाब में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं पर एकतरफा कार्रवाई का विरोध दर्ज किया गया।

अवगत कराया गया कि 29 जुलाई, 2024 को राजकीय महाविद्यालय बागेश्वर में एनएसयूआई एवं एबीवीपी छात्र गुटों के बीच हुए प्रकरण की ओर आकर्षित कराना चाहते हैं।

उन्होंने बताया कि सोमवार 29 जुलाई, 2024 को राजकीय महाविद्यालय बागेश्वर में एबीवीपी द्वारा बिना महाविद्यालय प्रशासन की अनुमति के महाविद्यालय में आरएसएस का कार्यक्रम आयोजित कराया गया। राजकीय महाविद्यालय बागेश्वर के छात्र संघ अध्यक्ष राहुल कुमार एवं एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष कमलेश गडिया द्वारा महाविद्यालय में बिना अनुमति के कराये जा रहे इस कार्यक्रम एवं आरएसएस की बैठक का विरोध किया गया जिसके प्रत्युत्तर में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं द्वारा छात्र संघ अध्यक्ष एवं एनएयूआई के जिलाध्यक्ष के साथ मारपीट करते हुए जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर जान से मारने की धमकी एवं गालीगलौज की गई। उनको सरकार के माध्यम से झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकी दी गई। साथ ही कालेज प्रशासन से पूछने पर ज्ञात हुआ कि बैठक की पूर्व सूचना कालेज प्रशासन को नहीं दी गई थी।

राजकीय महाविद्यालय के छात्र संघ अध्यक्ष राहुल कुमार द्वारा अपने सहपाठियों के साथ बैठक कक्ष में जाकर पूछताछ करने पर वहां उपस्थित सौरभ जोशी, हरेन्द्र दानू, विक्रम दानू, कविन्द्र रौतेला आदि छात्रों के साथ ही प्रो.अमित जोशी, पंकज दुबे, उमेश जोशी आदि द्वारा छात्र संघ अध्यक्ष एवं उनके सहपाठियों के साथ मारपीट शुरू कर दी गई और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए अभद्र गाली-गलौज की गई।

पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस द्वारा एबीवीपी की तहरीर ले ली गई परन्तु राज्य सरकार के दबाव में एनएसयूआई एवं छात्र संघ अध्यक्ष राहुल कुमार द्वारा दी गई तहरीर नही ली गई। साथ ही एनएसयूआई के पदाधिकारियों एवं छात्र संघ अध्यक्ष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है जो कि न्याय संगत प्रतीत नहीं होता है।

प्रदेश एनएसयूआई ने मांग की कि उक्त मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने के साथ ही जांच होने तक थाना प्रभारी बागेश्वर को वहां से हटाया जाय ताकि जांच प्रभावित न हो तथा एनएसयूआई के पदाधिकारियों एवं छात्र संघ अध्यक्ष को तुरंत रिहा किया जाय। साथ ही आग्रह किया गया कि उक्त प्रकरण में एनएसयूआई की तहरीर पर कार्रवाई के निर्देश भी दिये जांय।

प्रदेश अध्यक्ष विकास नेगी ने कहा की यदि एक सप्ताह के अन्दर हमारी उपरोक्त न्यायोचित मांगों पर कार्रवाई नहीं की जाती है तो हमें राज्य व्यापी आन्दोलन को मजबूर होना पड़ेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।

इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष अभय कैतूरा, सुधांशु अग्रवाल, सागर सेमवाल,मुकेश बसेरा,पांचाल नौनी,हरजोत सिंह, पुनीत राज, अभिनव सिंह आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।।

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