कार्बेट परिचय केंद्र के खुलने से पर्यावरण एवं वन्य जीव प्रेमियों को कार्बेट पार्क की जैव विविधता को जानने एवं समझने में आसानी होगी….सीएम त्रिवेंद्र – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

कार्बेट परिचय केंद्र के खुलने से पर्यावरण एवं वन्य जीव प्रेमियों को कार्बेट पार्क की जैव विविधता को जानने एवं समझने में आसानी होगी….सीएम त्रिवेंद्र

देहरादुन

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने धनगढ़ी गेट पर लगभग 1 करोड़ की लागत से निर्मित अत्याधुनिक तकनीकि से युक्त कार्बेट परिचय केंद्र, नेचर शॉप, कैंटीन का लोकार्पण किया।
रावत ने कार्बेट टाइगर रिजर्व की सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों के स्मारक पर दीप जलाकर व पुष्प चक्र एवं पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि कार्बेट परिचय केंद्र के खुलने से पर्यावरण एवं वन्य जीव प्रेमियों को कार्बेट पार्क की जैव विविधता को जानने एवं समझने में आसानी होगी। उन्होने कहा कि यह केंद्र वन एवं वन्य जीव संरक्षण के साथ ही पर्यावरण व वन्यजीव प्रेमियों को प्रेरित करने का कार्य करेगा। उन्होंने आयोजित हो रहे वन्य जीव सप्ताह में सभी से जैव विविधता के संरक्षण एंव महत्व के बारे में जागरूक होने को कहा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पार्क का आकर्षण बढ़ने के साथ ही जिम्मेदारियां भी बढ़ रही है। स्थानीय लोगों ने भी एवं वन्य जीवों का संरक्षण करने में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने बढ़ रही ग्लोबल वार्मिंग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमारा प्राकृतिक पर्यावरण चक्र दीर्घकालिक बना रहे इसके लिए वन विभाग के साथ ही जनमानस को इसके प्रति जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि वनों में लगने वाली आग से वन एवं वन्यजीवों के साथ ही पर्यावरण को भी घातक नुकसान पहुंचता है,जिससे हमारे पर्यावरण संतुलन पर दुष्प्रभाव पड़ता है और पर्यावरण असंतुलित होता है। हमें पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए जंगलों का संरक्षण, संवर्धन करने के साथ ही उन्हें आग से बचाना होगा।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि पिरूल जिसे संकट एवं समस्या माना जाता है उसके रेजिन एवं लीसा से मलेशिया में 127 किस्म के उत्पाद बनाए जा रहे हैं, बैजनाथ में लीसा एवं रेजिन से 7 से 8 प्रकार के उत्पाद बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीड़ की पत्तियों से चारकोल, बिजली उत्पादन हो रहा है। श्री रावत ने कहा कि पीरुल से 25 किलो वाट की विद्युत उत्पादन यूनिट में 207 लोगों को पहले फेज में एक यूनिट द्वारा काम दिया गया है। यूनिट की क्षमता बढ़ने के साथ ही रोजगार में भी वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में अटल आयुष्मान योजना बहुत अधिक कारगर सिद्ध हुई है। अटल आयुष्मान योजना के अंतर्गत राज्य के दो लाख से अधिक लोगों को लाभ मिला है, जिसमें 192 करोड़ रुपये खर्च हुए है। योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा संबंधित अस्पतालों को 1 सप्ताह के भीतर भुगतान भी किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत 175 अस्पतालों के स्थान पर अब देश के 22 हजार से अधिक चिन्हित अस्पतालों में जाकर गोल्डन कार्ड दिखाकर मरीज अपना इलाज करा सकते हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि गर्जिया में पर्यटन जोन अति शीघ्र अस्तित्व में आएगा, जिसमें 50 जिप्सी तथा 50 नेचर गाइड को रोजगार के अवसर मिलने के साथ ही क्षेत्रीय जनता को भी लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री ने चोपड़ा, लेटी, रामपुर गांव को राजस्व ग्राम बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि कार्बेट पार्क बाघों के संरक्षण के साथ ही इस बात के लिए भी जाना जाएगा कि यह वही पार्क है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलवामा आतंकी हमले का बदला एवं प्रतिकार लेने के लिए दृढ़ निश्चय एवं संकल्प लिया था जिसका प्रतिकार सेना द्वारा लिया गया।
कार्बेट टाइगर रिजर्व में बाघों की जनगणना का डाटा जारी करते हुए बताया गया कि वर्ष 2018 में कार्बेट टाइगर रिजर्व में टाइगर रॉकी संख्या 231 थी जो कि वर्ष 2020 में 252 से अधिक हो चुकी है।
कार्यक्रम में विधायक बंशीधर भगत, निदेशक कार्बेट टाइगर रिजर्व राहुल द्वारा अपने विचार रखे गए।
कार्यक्रम में विधायक कैलाश गहतोड़ी, ब्लॉक प्रमुख रेखा रावत के अलावा राकेश नैनवाल, इंदर रावत, वीरेंद्र सिंह रावत, अमृता लोहनी, भावना भट्ट, कमल किशोर, मान सिंह, बलदेव, हेम जोशी, मनोज रावत, नरेंद्र शर्मा, मनीष अग्रवाल, निर्मला रावत सहित सीसीएफ तेजस्विनी पाटिल, अपर सचिव मुख्यमंत्री मधुकर पराग धकाते, नितिशमणि त्रिपाठी, उप निदेशक सीटीआर कल्याणी, अपर जिलाधिकारी केएस टोलिया, उपजिलाधिकरी विजयनाथ शुक्ल, अधिशासी अभियंता विद्युत एसएस उस्मान, अधिशासी अभियंता लोनिवि आदि मौजूद थे।

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