देहरादून/नेपाल
नेपाल में रविवार की सुबह यह बड़ा विमान हादसा हुआ। येति एयरलाइंस का विमान नेपाल की राजधानी काठमांडू से 205 किमी दूर अचानक पोखरा नाम की जगह पर वहां की खाइयों में जा गिरा। इस हादसे में 68 यात्रियों की मौत हो गई। विमान में 5 भारतीयों समेत 72 लोग सवार थे। इस दुखद घटना पर कई भारतीय नेताओं ने दुख जताया और पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदनाएं भी व्यक्त कीं।
भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने इस घटना पर दुख जताते हुए ट्वीट किया, ”नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे के बारे में सुनकर मुझे गहरा दुख हुआ है। हमारी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं।
इस हादसे को लेकर नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड ने दुख जताया है। वहीं भारत के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिंया ने भी इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यति एयरलाइंस की ATR-72 फ्लाइट पोखरा एयरपोर्ट पहुंचने से 10 सेकेंड पहले ही ये हादसा हुआ। बताते चलें कि नेपाल के पोखरा एयरपोर्ट का उद्घाटन 14 दिन पहले ही हुआ है जिसका निर्माण चीन की मदद से हुआ है।
चीन के एक बैंक ने इसके निर्माण के लिए नेपाल को लोन दिया था। इस एयरपोर्ट का उद्घाटन नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने एक जनवरी 2023 को किया था। इसके अलावा बताया गया कि जो विमान हादसे का शिकार हुआ उद्घाटन के दिन उसी विमान का डेमो फ्लाई किया गया था।
पोखरा एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से कहा गया है कि यति एयरलाइंस का विमान रनवे से महज 10 सेकेंड की दूरी पर ही था, तभी क्रैश हो गया। ATC कर्मचारी के मुताबिक, पोखरा का रनवे पूर्व-पश्चिम दिशा की ओर बना हुआ है, विमान के पायलट ने पहले पूर्व वाली तरफ से लैंडिंग की परमिशन मांगी थी और परमिशन मिल भी गई थी, लेकिन थोड़ी देर में पायलट ने पश्चिम की तरफ से लैंडिंग की परमिशन मांगी और दोबारा परमिशन भी दी गई थी। सिविल एविएशन अथॉरिटी का कहना है कि लैंडिंग से ठीक पहले विमान में आग की लपटें दिखाई दी थीं, इसलिए मौसम की खराबी के कारण ही ये दुर्घटना हुई, ये बात भी नहीं कही जा सकती।
हादसे को लेकर काठमांडू के बालुवातार में मंत्रिपरिषद की आपात बैठक की गई। बताया जा रहा है कि इस बैठक में विमान हादसे के बाद प्रभावी बचाव और हादसे के तकनीकी कारणों की तलाश जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई है। पुराने और नए पोखरा एयरपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक यति एयरलाइंस के ATR-72 विमान ने काठमांडू से पोखरा के लिए उड़ान भरी थी. इस 72 सीटर विमान में 68 यात्री और चार क्रू मेंबर्स, यानी कुल 72 लोग सवार थे। विमान पोखरा के पास पहुंचा ही था कि क्रैश हो गया. नेपाली मीडिया के मुताबिक, ये दुर्घटना पोखरा के पुराने डोमेस्टिक एयरपोर्ट और पोखरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच हुई। इस विमान में 53 नेपाल, 5 भारत, 4 रूस, 2 साउथ कोरिया, 1 आयरलैंड, 1 अर्जेंटीना और एक फ्रांस का नागरिक सवार था।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड और गृह मंत्री रवि लामिछाने इमरजेंसी मीटिंग के बाद सीधे काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट पहुंचे, जहां उन्होंने कंट्रोल रूम से हालात का जायजा लिया। नेपाल की सेना, सशस्त्र पुलिस, नेपाल पुलिस के साथ ही स्थानीय नागरिक भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे रहे।अब तक 40 से ज्यादा यात्रियों के शवों को निकाला जा चुका है।