लॉक डाउन की बेरोजगारी से त्रस्त हो किया अपहरण,पुलिस ने 5 घण्टे में ढूंढ जेल पहुंचाया,

देहरादून/ऋषिकेश

किडनैप हुए नाबालिक लड़के(12) को 5 घंटे में एसओजी, ,ऋषिकेश व बिजनौर पुलिस टीम ने किया धामपुर से बरामद, किडनैपर अरेस्ट

रामप्रसाद (काल्पनिक नाम) ऋषिकेश ने अपने नाबालिग बेटे के अपहरण की तहरीर पर एसएसपी ने पुलिस टीम बनाकर मामले का खुलासा किया। प्रार्थना पत्र में लिखा गया था कि भोला नाम के एक राज मिस्त्री जिसने करीब 1 वर्ष पूर्व लगभग 6 माह तक मेरे मकान में कार्य किया था। आज मेरे घर आया और मेरे पिताजी को बताकर मेरे 12 साल के लड़के को अपने साथ कुछ खाने पीने का सामान दिलाने के बहाने ले गया, जो वापस नहीं आया। इसके बाद मैंने अपने नंबर से भोला का नंबर मिलाया तो उसने मेरा फोन नहीं उठाया। कुछ समय पश्चात जब अपनी पत्नी के नंबर से फोन किया तो उसने फोन उठा लिया और कहा कि तुम्हारा बेटा मेरे कब्जे में है मैंने तुम्हारे बेटे का अपहरण कर लिया है। 2 घंटे के अंदर15 लाख का इंतजाम करो और पुलिस को बताया तो तुम्हारा बेटा नहीं मिलेगा। दोबारा पत्नी के नंबर से फोन कर भोला को बोला कि मेरे पास 15 लाख नहीं है तो उसने बोला कि 13 लाख से कम नहीं होगा, तब मैंने उसको कहा कि मैं पैसों का इंतजाम कर रहा हूं।
शिकायतकर्ता की इस शिकायत पर कोतवाली ऋषिकेश में मुकदमा अपराध संख्या 354/21, धारा 364 आईपीसी पंजीकृत कर विवेचना शुरू हुई।

बच्चे के अपहरण के मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी देहरादून योगेंद्र सिंह रावत ने तत्काल टीम गठित करते हुए बच्चे की सकुशल बरामदगी कर अपहरणकर्ता को गिरफ्तार करने हेतु आदेशित किया।जिस पर एसपी देहात,क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश के नेतृत्व में एसओजी देहात के साथ पांच अलग-अलग टीमें रवाना की गई।

पुलिस टीम ने घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे का विश्लेषण कर अपहरणकर्ता की फुटेज प्राप्त की गई,मोबाइल सर्विलांस टीम द्वारा नंबरों को सर्विलांस में लिया गया व फुटेज से फोटो लेेकर मुखबिर तंत्र को  सक्रिय कर गठित पुलिस टीम द्वारा अपहरणकर्ता के मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस करते हुए लगातार उसका पीछा किया गया।

टीम अपहरणकर्ता के पीछे पीछे ऋषिकेश से रायवाला होते हुए हरिद्वार, नजीमाबाद, नगीना से धामपुर जा पहुंची। जहां थाना प्रभारी धामपुर अपनी टीम के साथ धामपुर तिराहे पर चेकिंग कर रहे थे। उनको घटना का विवरण देकर लोकेशन की जानकारी दी गई व संयुक्त रूप से आने जाने वाले वाहनों को चेक करने लगे। जिस पर लगातार लोकेशन ट्रेस करते हुए नगीना की तरफ से आती हुई एक रोडवेज बस को रोककर चेक किया गया तो उसमें  मिलते जुलते पहनावे का एक बच्चा उम्र 13 वर्ष , उसके पास बैठा व्यक्ति फोटो से मिलान किया तो राजन उर्फ भोला मिला। जिस पर बच्चे को सकुशल बरामद करते हुए अपहरणकर्ता राजन उर्फ़ भोला पुत्र लल्लन पटेल निवासी गांव सरिया बिर्थी, पोस्ट सरिया बाजार, थाना पहाड़पुर जिला मोतिहारी बिहार जो कि फिलहाल माया मार्केट श्यामपुर ऋषिकेश में रह रहा था की गिरफ्तारी की गई।

पूछताछ के दौरान अभियुक्त ने बताया गया कि मैंने लगभग 1 साल पूर्व शिकायतकर्ता के मकान में कार्य किया था, और मुझे पता था कि इनके पास काफी पैसा है। लॉकडाउन के चलते मेरा कहीं काम नहीं चल रहा था, तो मैंने सोचा कि क्यों न शिकायतकर्ता के बेटे को बहला-फुसलाकर ले जाता हूं, और मैं आज शिकायतकर्ता के नाबालिग पुत्र को गाड़ी दिलाने के बहाने अपने साथ ले आया। मैंने उसके घर फोन करके बताया भी कि मैंने आपके बेटे का अपहरण कर लिया है और मुझे 15 लाख दो नहीं तो मैं आपके बेटे को जान से मार दूंगा। मैं आज इसको लेकर बस से मुरादाबाद तक जा रहा था। उसके बाद में ट्रेन से आगे जाता परंतु आप लोगों ने मुझे पकड़ लिया।

पुलिस टीम में डीसी ढोडियाल क्षेत्राधिकारी ऋषिकेश,
शिशुपाल सिंह नेगी प्रभारी निरीक्षक ऋषिकेश,ओम शांति भूषण प्रभारी एसओजी देहात, मनमोहन सिंह नेगी वरिष्ठ उप निरीक्षक ऋषिकेश,शांति प्रसाद चमोली उप निरीक्षक एसओजी देहात, राम नरेश शर्मा चौकी प्रभारी श्यामपुर,कुलदीप पंत चौकी प्रभारी आईडीपीएल,उप निरीक्षक शिव प्रसाद डबराल,उप निरीक्षक अरुण त्यागी,आरक्षी नवनीत नेगीएसओजी देहात,आरक्षी कमल जोशी एसओजी देहात,आरक्षी नीरज कुमार,आरक्षी संदीप छाबड़ी,आरक्षी सचिन सैनी,आरक्षी गौरव पाठक,आरक्षी शीशपाल,आरक्षी सचिन राणा,आरक्षी अनित कुमार,आरक्षी विकास कुमार के साथ महिला आरक्षी जमुना नेगी भी थे।

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