हरिद्वार के एक शिक्षण संस्थान में फर्जी छात्रवृत्ति को लेकर ईडी द्वारा की गई कार्यवाही

देहरादून

बयान में कहा गया है कि एससी एवं एसटी छात्रवृत्ति योजना के तहत राशि प्राप्त करने के लिए दिनदयाल शर्मा शिक्षण संस्थान ने ‘झूठे दावे’ किए और छात्रों के व्यक्तिगत खर्च और कॉलेज ट्यूशन फीस के रूप में राशि कॉलेज के खाते में जमा की गई।

वहीं ईडी ने आरोप लगाया कि दीन दयाल शर्मा एजुकेशनल ट्रस्ट के ट्रस्टी विवेक शर्मा और अंकुर शर्मा ने उस राशि में हेरफेर की जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान हुआ है। उस राशि को संस्थान के बैंक खातों या कॉलेज के अन्य खातों में ‘अंतरित’ किया गया और नकद राशि निकालने के बाद ट्रस्टी के खर्च के लिए उसका उपयोग किया गया।

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून और हरिद्वार में ट्रस्ट की 1.97 करोड़ रुपये की जमीन और एक इमारत को धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत अस्थायी रूप से कुर्क किया गया है।

ईडी ने हरिद्वार पुलिस द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के बाद एक बयान में बताया कि यह कार्रवाई दीन दयाल शर्मा एजुकेशनल ट्रस्ट के खिलाफ हुई है, जो इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, रूड़की का संचालन करता रहा है।

ईडी के आरोप के अनुसार संस्थान ने 2013-14 से 2016-17 के बीच वाली अवधि के लिए समाज कल्याण विभाग, हरिद्वार से अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) छात्रों के नाम पर फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति की राशि प्राप्त कर ली थी।

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