देहरादून
उत्तराखण्ड में कोरोना डेल्टा प्लस वैरिएंट के दो केस मिलने के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट अलर्ट हो गया है। थर्ड वेव की आशंका को देखते हुए एहतियात बरती जा रही है।
इसके लिए बाहरी प्रदेशों से दून पहुंचने वाले लोगों का अब RTPCR टेस्ट करवाना होगा। सभी बॉर्डर चेक पोस्ट पर सख्ती की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने इसके निर्देश जारी कर दिये हैं। प्रदेश की राजधानी दून में 16 माह की बच्ची की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। हालांकि दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉ. अशोक ने बताया कि बच्ची को डायरिया की शिकायत थी।एहतिहातन उसकी कोरोना जांच की गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। हालांकि माता-पिता दोनों की रिपोर्ट नेगेटिव मिली है।
बीते दिन अफगानिस्तान से आए 25 लोगों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई है, उन्हें पोलियो डॉप भी दी गई. इसके बाद उनका कोविड वैक्सीनेशन किया जा रहा है. सभी को होम आइसोलेट किया गया है।
सीएमओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार दून में रोजाना 9000 लोगों की कोविड सैंपलिंग औसतन हो रही है। इनमें आशा रोड़ी चैक पोस्ट, आईएसबीटी, रेलवे स्टेशन, जॉलीग्रांट एयरपोर्ट, कुल्हान बॉर्डर व ऋषिकेश बॉर्डर पर टीमें तैनात की गई हैं।
लगातार बाहर से आए हुए लोगों के संक्रमण होने के कारण विभाग ने पहले ही एहतिहात बरतनी
शुरू कर दी है। बाहर से आने वाले लोगों की सैंपलिंग की जा रही है।
स्टेट में सोमवार को हुई हायर लेवल बैठक में कोविड की स्थिति की समीक्षा की गई और कर्फ्यू को वर्तमान रियायत के साथ फिलहाल जारी रखने का निर्णय भी लिया गया। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने सरकार के इस फैसले की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर का विशेषज्ञ अंदेशा जता रहे हैं। लिहाजा, इस वक्त ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। इधर, सरकार के फैसले के बाद शासन ने सोमवार की देर शाम कोविड कर्फ्यू की एसओपी भी जारी कर दी है।