देहरादून
पहाड़ में पैदा होना ओर मातृभूमि के लिए हंसते हंसते जान दे देना ये तो हमने ही सीखा है उत्तराखण्ड के जांबाज़ हमेशा से अपनी कुर्बानी देकर इतिहास रचते रहे हैं।
उत्तराखंड के पौड़ी जिले के एक और जांबाज़ मनदीप सिंह (23) ने सरहद पर फर्ज निभाते हुए देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दे दिया। पौड़ी जिले के सुदूरवर्ती गांव सकनोली, चौबट्टाखाल निवासी मनदीप सिंह पुत्र सत्यपाल सिंह जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में शहीद हो गए। पिछले साल दो माह की छुट्टी पर घर आए थे।
11वीं गढ़वाल राइफल के शहीद मनदीप सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके पैतृक गांव पहुंचेगा। जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाना है। मनदीप की श्हादत की खबर से उनके गांव में मातम पसरा हुआ है। वह पिछले साल दो माह की छुट्टी पर घर आए थे।
मुख्य मंत्रि तीरथ सिंह रावत के साथ ही पुर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और हरीश रावत ने शहीद मनदीप के खोने पर गहरा दुःख व्यक्त किया।
उन्होंने जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में सरहद पर अपना फर्ज निभाते हुए 11वीं गढ़वाल राइफल के 23 वर्षीय सतपुली, पौड़ी गढ़वाल निवासी मनदीप सिंह नेगी जी शहीद हुए हैं, मैं उनके बलिदान को शत-शत नमन किया है।
शहीदों को नमन परिवार की ओर से हम शाहदत को नमन करते हुए मनदीप पर फख्र महसूस कर रहे हैं वहीं उन्हें खोने का भी बेहद दुःख है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिजनों को सम्बल प्रदान करें। शहीद के परिजनों के साथ हम सदैव खड़े हैं।