दिल्ली की तीसरी महिला सीएम के तौर पर आतिशी ने ली शपथ,साथ में 5 मंत्रियों ने भी ली पद एवम गोपनीयता की शपथ,

देहरादून/नई दिल्‍ली

केजरीवाल के इस्तीफे के बाद तय तिथि पर शनिवार को आतिशी बनीं दिल्ली की सबसे युवा मुख्यमंत्री,उनके साथ ही 5 अन्य मंत्रियों ने भी ली शपथ। इसके साथ ही विभागों का

बंटवारा भी हो गया है।

शनिवार को दिल्ली के राजनिवास में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में उपराज्‍यपाल वीके सक्‍सेना ने आतिशी को शपथ दिलाई और इसी के साथ आतिशी दिल्‍ली की अब तक की तीसरी महिला मुख्‍यमंत्री और

सबसे युवा मुख्‍यमंत्री भी बन गई हैं। शपथ ग्रहण के दौरान पूर्व मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व उप मुख्‍यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित आम आदमी पार्टी के आला नेता भी मौजूद रहे। उधर, अगापथके साथ साथ विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया है।

मुख्‍यमंत्री आतिशी के पास वित्त, ऊर्जा, शिक्षा, सर्विसेज और पानी सहित कुल 13 विभाग रहेंगे। इसके साथ ही सौरभ भारद्वाज स्वास्थ्य विभाग समेत कुल 8 विभाग संभालेंगे वहीं गोपाल राय पहले की तरह पर्यावरण मंत्री बने रहेंगे।

हालांकि इसके साथ ही कैलाश गहलोत के पास भी पहले की तरह ही परिवहन विभाग होगा। वहीं, इमरान हुसैन को खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग सौंप दिया गया है।

इसके साथ ही मुकेश अहलावत को श्रम और एससी-एसटी विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

आतिशी के अलावा इन 5 मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण किया। आतिशी सरकार में जिन लोगों को मंत्री बनाया गया है। उनमें ज्‍यादातर पुराने चेहरे हैं. नई सरकार में मुकेश अहलावत अकेला नया चेहरा हैं।

आतिशी ने नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कहा कि वह निवर्तमान सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा उन पर जताए गए भरोसे से खुश हैं लेकिन इस बात से दुखी भी हैं कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव के बाद केजरीवाल को मुख्यमंत्री के रूप में वापस लाने के लिए कड़ी मेहनत करेंगी।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “सबसे पहले, मैं दिल्ली के लोकप्रिय मुख्यमंत्री, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मेरे गुरु अरविंद केजरीवाल को धन्यवाद देना चाहती हैं, जिन्‍होंने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी और इसके लिए मुझ पर भरोसा जताया। यह केवल आम आदमी पार्टी और केवल अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में ही संभव हो सकता है कि कोई राजनेता पहली बार किसी राज्य का मुख्यमंत्री बने,मैं एक साधारण परिवार से हूं. अगर मैं किसी और पार्टी में होती तो शायद मुझे चुनाव का टिकट भी नहीं मिलता।

हालांकि इस सप्ताह के प्रारंभ में ही आतिशी को आप के विधायक दल का नेता चुना गया था। इससे पहले केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की अप्रत्याशित घोषणा की थी।

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