भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर कांग्रेस भवन में श्रद्वासुमन अर्पित किये गए

देहरादून

उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्वासुमन अर्पित किये।

इस अवसर पर प्रदेष कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि स्व. राजीव गांधी प्रतिभाषाली व्यक्तित्व के धनी थे। माहरा ने कहा कि स्व0 राजीव जी का नाम आधुनिक भारत के निर्माता, भारत में कम्प्यूटर क्राति के सुत्रधार के रूप में देष के इतिहास के पन्नों मेें सदैव स्वर्ण अक्षरों में लिख जायेगा। स्व.राजीव ने संविधान में संषोधन कर पंचायती राज व्यवस्था मंे महिलाओं को 33 प्रतिषत आरक्षण देकर मात्र षक्ति को राजनीति की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया।

स्व. राजीव गांधी के जीवन वृतान्त का उल्लेख करते हुए करन माहरा ने कहा कि स्वभाव से वे गंभीर लेकिन आधुनिक सोच एवं निर्णय लेने की अदभुत क्षमता वाले और भारत को प्रगतिषील देषों के समकक्ष लाकर उच्च तकनीकी से लैस करना चाहते थे, जो उन्होंने करके भी दिखाया। माहरा ने कहा कि राजीव बार-बार कहते थे कि भारत की एकता एवं अखण्डता को बनाये रखने के लिए सभी धर्माें को आगे आने की आवष्यकता ह।ै प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि मात्र 40 वर्श की युवा अवस्था में सबसे बडे लोकतंत्र के प्रधानमंत्री जैसे सर्वोच्च पद पर असीन होने वाले राजीव गांधी सज्जनता, मित्रता और प्रगतिषीलता का प्रतीक थे।

राजनैतिक क्षितिज में उनका उदय अप्रत्याक्षित तो अवष्य था परन्तु इतने बडे देष के प्रधानमंत्रित्व का भार अपने युवा कंधों पर लेते हुए राजीव गांधी ने साहसिक कदम उठाकर ज्वलन्त समस्याओं के प्रति स्पश्ट दृष्टिकोण अपनाकर अपनी छवि एक विवेकषील और गतिषील राजनेता के रूप में प्रतिश्ठित की। उनकी स्पश्टवादिता और आधुनिक विचारों ने उन्हें षीघ्र ही ’’मिस्टर क्लीन’’ की संज्ञा दी। उन्होंने अपने प्रधानमंत्रित्व के 5 वर्शो के कार्यकाल में देष हित में अनेकों ऐसे काम किये जो आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा श्रोत बने हुए है। वह राजीव जी ही थे जिन्होंने नौजवानोें को 18 वर्श की आयु में मताधिकार देकर लोकतंत्र मंे भागीदारी करने का मौका दिया तथा नई षिक्षानीति लागू करके देष की षिक्षा नीति में आमूलचूल परिवर्तन करने का काम किया। माहरा ने कहा कि राजीव जी सोच कृशि क्षेत्र को मजबूती देने की थी। स्व0 राजीव कहा करते थे यदि किसान कमजोर होता है तो देष आत्मनिर्भता खो देता है लेकिन अगर वह मजबूत है तो देष की स्वत्रंतता भी मजबूत हो जाती है इसीलिए हमारे सबसे बड़े कार्यक्रम गरीबी उल्मूलन का मकसद किसानों का उत्थान होना चाहिए।

करन माहरा ने कहा कि स्व.राजीव ने कहा था ’’मैं ऐसे भारत का सपना देखता हॅू जो मानवता की सेवा के लिए मजबूत, स्वतंत्र और आत्मनिर्भर हो और पूरी दुनिया के देषों में सबसे आगे हो’’ अपने प्रधानमंत्रितत्व काल में उन्होंने देष को विष्व के राजनीतिक पटल में मजबूती से खड़ा करने का काम किया। माहरा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि हम सबको स्व0 राजीव गांधी जी के पद चिन्हांे में चलकर कांग्रेस को मजबूत करना है।

प्रदेष कांग्रेस मुख्यालय में भी कांग्रेस के वरिश्ठ नेतागणों एवं कार्यकर्ताओं ने अपने प्रिय नेता का स्मरण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्वांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रदेष उपाध्यक्ष राजेन्द्र भण्डारी, महानगर अध्यक्ष, लाल चन्द्र षर्मा, मीडिया प्रभारी गढ़वाल मण्डल गरिमा महरा दसौनी, प्रदेष प्रवक्ता डॉ0 आर0 पी0 रतू़डी, पूर्व मत्री अजय सिंह, डॉ. प्रतिमा ंिसह, पूर्व सैनिक विभाग के प्रदेष अध्यक्ष कै0 बलवीर ंिसह रावत, उपाध्यक्ष पूरन सिह रावत, महामंत्री राजेन्द्र षाह, मनीष अमरजीत ंिसह, नागपाल, नवीन जोषी, जोत ंिसह रावत, पूर्व एसी विभाग के प्रदेष अध्यक्ष दर्षन लाल, सुनित राठौार, मोहन काला, आषीश सिंह बिश्ट, इजी0 सतेन्द्र कुमार, कर्नल मोहन सिंह रावत, सुदर्षन सिंह रावत, सुरेन्द्र नागपाल, नीरज त्यागी, जसवीर सिंह, राजेन्द्र दुर्गापाल, अषोक मल्होत्रा, चंडी प्रसाद गोदियाल, मंजू चौहान, लता ंिसह, मीना देवी, सावित्री थापा, अनुराधा तिवाडी, भवन डोरा, कविराज आदि उपस्थित थे।

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