एम्स में बायोकेमिस्ट्री वर्कशॉप शुरु

देहरादुन/ऋषिकेश अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में बायो कैमिस्ट्री विभाग की ओर से गैस्ट्रो बायोकैमिस्ट्री वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें विशेषज्ञों ने व्याख्यानमाला प्रस्तुत की। बायो कैमिस्ट्री विभाग के तत्वावधान में गैस्ट्रो बायोकैमिस्ट्री कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एम्स निदेशक पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने कहा कि संस्थान मरीजों को वर्ल्ड क्लास स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने की दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है,जिससे मरीजों को बेहतर उपचार मिल सके। उन्होंने बताया कि इसी श्रंखला में नई एम्स परियोजनाओं में सबसे पहले ऋषिकेश एम्स ने यूरिया ब्रेथ टेस्ट व हाईड्रोजन ब्रेस्ट टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई है जिससे मरीजों के उपचार में इसका लाभ मिल सके। उन्होंने बताया ​कि संस्थान आधुनिकतम तकनीक को उपलब्ध कराने को प्रयासरत है। इस अवसर पर डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता जी ने संस्थान में अकादमिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए एडवांस टेक्नालॉजी पर किए जा रहे कार्यों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने प्रतिभागियों को कैंसर जैसी बीमारी में नॉन इनवेजिव ब्रेथ टेस्ट तकनीक के फायदे बताए। बताया गया कि भारत में पेट की समस्या काफी अधिक है, ओपीडी में 50 प्रतिशत मरीज ऐसे होते हैं। जिन्हें अपच व गैस की तकलीफ होती है। उनकी बीमारी का पता लगाने के लिए हाईड्रोजन बेथ टेस्ट जैसे नए टेस्ट एम्स में उपलब्ध हैं। इस दौरान कार्यशाला में प्रतिभागियों को हाईड्रोजन ब्रेथ टेस्ट पद्धति की जानकारी दी गई, साथ ही किन मरीजों में टेस्ट होना है उनके तौर तरीके व उपचार में इसके उपयोग संबंधी जानकारी दी गई। कार्यशाला में प्रसिद्ध पेट रोग विशेषज्ञ सीएमसी बैल्लौर के प्रो. अमित दत्ता ने प्रतिभागियों को एच. पायलोरी बैक्टीरिया के बारे में अवगत कराया, जो कि पेट में अल्सर, एसीडिसी व आमाशय के कैंसर का प्रमुख कारण है। डा. मनीषा नैथानी ने स्वांस के माध्यम से ब्रेथ बायोप्सी से कैंसर की जांच की तकनीकी पर प्रकाश डाला। डा. स्वाति राजपूत ने एच. पायलोरी के डिटेक्शन की जानकारी दी, डा. राकेश शर्मा ने अपच रोग की जानकारी दी एवं गैस्ट्रो एंट्रोलॉजी विभाग के डा. इतीश पटनायक ने आमाशय से संबंधित जानकारियां दी। कार्यशाला में आयोजन समिति की अध्यक्ष प्रो. सत्यवती राना ने हाईड्रोजन ब्रेथ टेस्ट से संबंधित बीमारियों के परीक्षण संबंधी जानकारियां दी। उन्होंने ही एम्स ऋषिकेश में यह टेस्ट प्रारंभ किए हैं। इस अवसर पर आयोजन समिति की अध्यक्ष प्रो. राना, सचिव डा. किरन मीणा, प्रशांत कुमार चौहान, ज्योतिका व हेमलता ने प्रतिभागियों को हैंड्सऑन ट्रेनिंग के जरिए हाईड्रोजन ब्रेथ टेस्ट व यूरिया ब्रेथ टेस्ट के तौर तरीकों का प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर संस्थान के सर्जिकल गेस्ट्रो एंट्रोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. पुनीत धर, एचओडी गेस्ट्रो एंट्रोलॉजी डा. रोहित गुप्ता. विभागाध्यक्ष बायो कैमिस्ट्री डा. अनीसा आतिफ मिर्जा, डा. विवेकानंदन, डा. बलराम जीओमर, डा. सरमा साह, डा. बेला गोयल, डा. नवीन सिंघल, डा. अशोक कुमार के अलावा विभाग के एसआर, जेआर, पीएचडी व एमएससी स्टूडेंट्स मौजूद थे।

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