देहरादून/यमकेश्वर
पिछले विधानसभा चुनाव 2022 के चुनावी वैतरणी में बैठकर भाजपा में शामिल हुए कई नेता खुद को भाजपाई मानने को तैयार नहीं नजर आते है। यमकेश्वर से विधायक रेनू बिष्ट द्वारा सोशल मीडिया पर लिखी गई पोस्ट के बाद भाजपा और कांग्रेस के नेता असहज होते दिखाई दे रहे हैं। दरअसल यम्केश्वर विधायक रेनू बिष्ट ने सोशल मीडिया पर लिखा..
“आप लोगों की भावनाओं को मैं समझती हूँ, और आप लोगों ने मुझपर विश्वास किया है अपना स्नेह और आशीर्वाद मुझे दिया है, मैं मानती हूँ पिछले 20-22 वर्षों में आपके साथ बहुत छल हुआ है, किंतु अभी बस इतना ही कहूंगी कि मुझपर आपका वो विश्वास, स्नेह और आशीर्वाद जो आपने 2022 में दिया है वह व्यर्थ नही जायेगा यह मेरा आपसे वादा है, विधायक के रूप में मेरा यह प्रथम कार्यकाल ही आपके विश्वास में खरा उतरेगा”
अब रेनू बिष्ट की इस पोस्ट को पढ़कर राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा होने लगी है कि आखिर रेनू बिष्ट को शायद ये बात याद नहीं है कि 2002 से लेकर 2022 तक यमकेश्वर में भाजपा के ही विधायक सत्ता में रहे हैं। ऐसे में उनका इशारा किस ओर है इस बात पर चर्चा होना भी लाजमी है।
हालांकि भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख मनवीर चौहान ने कहा कि विधायक रेनू बिष्ट द्वारा सोशल मीडिया पर लिखी गई पोस्ट का पार्टी हाईकमान संज्ञान लेगा। वहीं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी ने कहा कि रेनू बिष्ट को पहले ये स्पष्ट करना चाहिए कि 2002 से 2022 के बीच यम्केश्वर के विधायकों के द्वारा किस प्रकार का काम किया गया है उन्होंने कहा कि शुरुआत से लेकर अब तक भाजपा के विधायक ही यमकेश्वर से चुनकर आए हैं ऐसे में उनका इशारा किस ओर है यह उन्हें स्पष्ट करना चाहिए।