ई-विकास संवाद में “सैन्य कल्याण-हमारा संकल्प” विषय पर बूथ अध्यक्षों को कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने किया सम्बोधित

देहरादून

 

कैबिनेट मंत्री एवं मसूरी विधायक गणेश जोशी ने भारतीय जनता पार्टी, उत्तराखण्ड द्वारा संचालित ई-विकास संवाद में “सैन्य कल्याण-हमारा संकल्प” विषय पर अयोजित कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रतिभाग कर बूथ अध्यक्षों को वर्चुअल संवाद से संबोधित किया।

 

इस दौरान उन्होंने बूथ अध्यक्षों के समक्ष केंद्र व प्रदेश सरकार की सैनिकों हेतु योजनाओं तथा विकास कार्यों को रखा।

 

भारतीय जनता पार्टी, उत्तराखण्ड द्वारा हर मंगलवार को ई-विकास संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाता है जिसमें इस हफ्ते “सैन्य कल्याण-हमारा संकल्प” विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने की और मुख्य वक्ता के रूप में सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी उपस्थित रहे।

 

सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि चाहे केंद्रीय सरकार हो या प्रदेश की सरकार हो, राष्ट्र सुरक्षा भाजपा सरकार की प्राथमिकता है और राष्ट्र के अस्तित्व पर विकास के लिए सरकार पूर्णतः प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि 1999 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के नेतृत्व में भारत विश्व में एक परमाणु शक्ति के रूप में उभर के सामने आया। उन्होंने कहा कि देश के अंदर कोई पार्टी सैनिकों के सम्मान के बारे में सोचती है तो वह भारतीय जनता पार्टी है।उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान में वर्तमान में तालिबान का कब्जा होने पर भारत सरकार द्वारा भारत वासियों को सकुशल वतन वापसी कराई गई और तालिबान के प्रवक्ता ने खुद कहा कि मोदी जी के साथ संबंधों के वजह से ही भारतवासियों की वतन वापसी सुनिश्चित हुई है। जिन तालिबानियों ने नाक में दम कर रखा है, वही मोदी जी से बेहतर संबंध बनाना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर हमारी सीमाएं सुरक्षित नहीं है तो हमारा राष्ट्र भी सुरक्षित नहीं रह सकता।आजादी के बाद से ही दुश्मनों की बुरी नजर भारत की पवित्र भूमि पर रही है और अगर बाकी सरकारों ने भी भाजपा के तरह सीमाएं सुरक्षित की होती तो भारत बहुत पहले ही विश्व गुरु बन चुका होता। उन्होंने सरकार की सैनिकों हेतु वन रैंक वन पेंशन जैसी अनेकों उपलब्धियों को बूथ अध्यक्ष को और पूर्व सैनिकों के समक्ष रखा।

उन्होंने बताया कि जब प्रधानमंत्री मोदी देहरादून आए थे तो उन्होंने वीरभूमि उत्तराखंड में सैन्यधाम की परिकल्पना की थी और उनकी इस परिकल्पना को हकीकत बनाने के लिए प्रदेश सरकार लगातार कार्यरत है और जल्द ही उत्तराखंड में भव्य सैन्यधाम बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने बताया कि सैन्य धाम के लिए 1757 शहीदों का सत्यापन हो चुका है और अन्य शहीदों को भी जल्द सूची में शामिल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन शहीदों के आंगन की पवित्र भूमि से सैन्य धाम हेतु मिट्टी लाई जाएगी और साथ ही उनके परिवारजनों को ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया जाएगा l उन्होंने बताया कि हल्द्वानी में जल्द ही देहरादून के तर्ज पर 150 बेड के छात्रावास का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उनके पास लगातार सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों की कैंट क्षेत्र को करमुक्त करने की मांग आ रही थी , जिस पर उन्होंने मुख्यमंत्री धामी का कैंट क्षेत्र के सैनिकों को करमुक्त करने के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि सैनिकों की समस्या के निवारण हेतु उप जिलाअधिकारी स्तर का अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।

 

उन्होंने कहा कि अगर कोई सैनिक वीरगति को प्राप्त होता है तो उसके परिवार के एक सदस्य को प्रदेश सरकार उसकी योग्यता अनुरूप नौकरी देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में 36 सैनिक विश्राम ग्रहों का जीर्णोद्धार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने द्वितीय विश्वयुद्ध के पेंशनधारियों की पेंशन को बढ़ाकर ₹10000 प्रतिमाह कर दिया है। साथ ही उन्होंने बताया कि पूर्व सैनिकों के आश्रितों को सीडीएस,एनडीए की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर एसएसबी की तैयारी हेतु 50,000 रुपए की धनराशि प्रदेश सरकार देगी।

भाजपा प्रदेश महामंत्री ने कहा कि भारत वीरों की भूमि है और आदि काल से ही जब भी देश में किसी विदेशी आक्रांताओं ने बुरी नजर डाली है तो हमारे वीर सैनिकों ने उनको उन्हीं की भाषा में जवाब देकर खदेड़ा है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति बहुत पुरानी और सभ्य है और जब विश्व में पश्चिमी देश पत्थर और लकड़ियों से खेला करते थे तब भारत ने अविष्कारों की झड़ी लगा दी थी। साथ ही उन्होंने कहा कि जो अंग्रेज किसी को भी तवज्जो नहीं देते थे, हमारे सैनिकों के अदम्य साहस से प्रभावित होकर उन्होंने 1914 में विक्रांत सिंह जी को और 1915 में गब्बर सिंह जी को विक्टोरिया क्रॉस देकर सम्मानित किया था। उन्होंने कहा कि हमारे सैनिक जब रणभूमि में होते हैं तो वह अपने बीवी, बच्चों, घर,परिवार के बारे में नहीं सोचते बल्कि उनका लक्ष्य सिर्फ भारत माता की रक्षा करना होता है और ऐसे वीर जवान वीर सैनिक सिर्फ भारत की पवित्र धरती पर जन्म ले सकते हैं।

 

इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक ज्योति प्रसाद गैरोला, अभिमन्यु कुमार, कैप्टन टीडी भूटिया, विभिन्न बूथों के अध्यक्ष (वर्चुअल माध्यम से) आदि उपस्थित रहे।

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