स्वच्छता एवम स्वास्थ्य एक दूसरे के पूरक,इनके प्रति सजग रहकर ही हम स्वस्थ समाज की परिकल्पना कर सकते हैं…. पद्मश्री रविकांत

देहरादून/ऋषिकेश

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आयोजित स्वच्छता जनजागरुकता पखवाड़े के अंतर्गत स्वच्छता को लेकर सक्रिय भागीदारी निभाने वाले विभागों के प्रतिनिधियों को स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया गया। आयोजित कार्यक्रम में भी स्वच्छता को लेकर संवेदनशील लोगों को समाज के अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करने का आह्वान किया गया।

इस दौरान निदेशक एम्स पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि स्वच्छता व स्वास्थ्य एक दूसरे के पूरक हैं, लिहाजा हम स्वच्छता के प्रति सजग रहकर ही स्वस्थ समाज की परिकल्पना को साकार कर सकते हैं।
गौरतलब है कि भारत सरकार की ओर से आयोजित कार्यक्रम के अंतर्गत एम्स ऋषिकेश में बीती 1 अप्रैल से स्वच्छता पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत वि​भिन्न सार्वजनिक स्थानों ओपीडी ब्लॉक, आईपीडी ब्लॉक, इमरजेंसी व वेटिंग एरिया आदि क्षेत्रों में नुक्कड़ नाटक व अन्य जनजागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से मरीजों, उनके तीमारदारों व अन्य लोगों को स्वच्छता को लेकर प्रेरित किया गया।

स्वच्छता पखवाड़े के तहत मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में संस्थान के विभिन्न विभागों से जुड़ी व पखवाड़े में आयोजित विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी निभाने वाली टीमों नर्सिंग टीम, सेनिटेशन टीम, इंजीनियरिंग, इन्फैक्शन कंट्रोल टीम, वार्ड अटेंडेंट टीम के लगभग 45 सदस्यों को स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अपने संदेश में निदेशक एम्स पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि सभी लोगों को स्वच्छता के प्रति गंभीर होना चाहिए और इस दिशा में संकल्पबद्ध प्रयास करना चाहिए। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार बनाने के लिए देशभर में वर्ष 2016 में स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत की गई थी,जिससे सभी लोग स्वच्छता के महत्व को समझ सकें।

डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने कहा कि हमें स्वच्छता पखवाड़े के दौरान ही स्वच्छता के बारे में नहीं सोचना चाहिए बल्कि स्वच्छता को दिनचर्या व आचार व्यवहार में अपनाने का प्रयास करना चाहिए, तभी हम स्वच्छता से स्वच्छ भारत का निर्माण कर सकते हैं।
डीन हॉस्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा ने भारत सरकार की कायाकल्प योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा ​कि स्वच्छता व स्वास्थ्य का आपस में गहरा संबंध है इसीलिए यह योजना लागू की गई है। इस अवसर पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर बीके बस्तिया जी, डा. अनुभा अग्रवाल जी, डा. पूजा, डा. लेविन, वित्तीय सलाहकार कमांडेंट पीके मिश्रा, नर्सिंग सुपरिटेंडेंट मनीष शर्मा, ईई (सिविल) अजय गुप्ता, विधि अधिकारी प्रदीप पांडेय आदि मौजूद थे।

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