महाराष्ट्र में बन रहे नए सियासी समीकरण और शिवसेना की एनसीपी और कांग्रेस से नजदीकी को लेकर वीर सावरकर के परिवार ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। वीर सावरकर के पोते रंजीत ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि उद्धव ठाकरे हिंदुत्व का मुद्दा नहीं छोड़ेंगे।
रंजीत ने कहा कि जहां तक मैं उद्धव जी को जानता हूं वह हिंदुत्व का मुद्दा नहीं छोड़ेंगे। वह सत्ता के लिए वीर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग भी नहीं छोड़ेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि शिवसेना हिंदुत्व के मुद्दे पर कांग्रेस का नजरिया बदल देगी।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी में चर्चा चल रही है। चुनाव नतीजों के बाद शिवसेना ने सीएम पद के मुद्दे पर भाजपा से किनारा कर लिया। सीएम पद पर 50-50 के फॉर्मूले को लेकर दोनों दल अलग हो गए हैं।
चुनाव के दौरान भाजपा की तरफ से वीर सावरकर को भारत रत्न देने का मुद्दा उठा जिसका शिवसेना ने भी जोरदार समर्थन किया। अब अगर शिवसेना कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाएगी तो सावरकर के मुद्दे पर उसका क्या रुख होगा ये देखने वाली बात होगी। इसी तरह के तमाम मुद्दों पर तीनों दलों के नेताओं के बीच बातचीत का दौर जारी है।