सबको हंसाने वाला उत्तराखंडी हास्य कलाकार घनानंद घन्ना के निधन पर सीएम ने जताया शोक, प्रदेश में सामाजिक राजनैतिक गलियारों में शोक की लहर – Latest News Today, Breaking News, Uttarakhand News in Hindi

सबको हंसाने वाला उत्तराखंडी हास्य कलाकार घनानंद घन्ना के निधन पर सीएम ने जताया शोक, प्रदेश में सामाजिक राजनैतिक गलियारों में शोक की लहर

देहरादून

उत्तराखंड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद गगोडिया उर्फ घन्ना भाई का निधन देहरादून के एक अस्पताल में हो गया। पिछले 4 दिनों से वह महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में तबीयत खराब होने के चलते एडमिट थे। उनको महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था, जहां घन्ना वेंटिलेटर पर रखे गए थे।

मंगलवार को उनके निधन की खबर से प्रशंसकों और परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई है। सीएम धामी समेत भाजपा,कांग्रेस,आंदोलनकारी संगठन समेत रंगकर्मी और फिल्म कलाकारों ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद उर्फ घन्ना भाई का दो माह पूर्व इंद्रेश हॉस्पिटल में प्रोस्टेट का ऑपरेशन हुआ था। वहीं, घनानंद को अचानक यूरिन में ब्लड आने के कारण हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। जांच में पता चला कि घनानंद की प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ी हुई थी। जिसके बाद उनका 5 नवंबर 2024 को ऑपरेशन कराया गया। बताते चलें कि उत्तराखंड के मशहूर हास्य कलाकार घनानंद गगोडिया का जन्म गढ़वाल मंडल में साल 1953 में हुआ। घनानंद की कैंट बोर्ड लैंसडाउन जिला पौड़ी गढ़वाल में शिक्षा दीक्षा हुई। उन्होंने 1970 में रामलीलाओं में हास्य कलाकार के रूप में सफर शुरू किया था।

साथ ही उन्होंने उत्तराखंड की कई छोटी बड़ी फिल्मों में भी काम किया है जिनमें घरजवैं, चक्रचाल, बेटी-ब्वारी, जीतू बगड़वाल, सतमंगल्या, ब्वारी हो त यनि, घन्ना भाई एमबीबीएस, घन्ना गिरगिट और यमराज प्रमुख रूप से शामिल हैं। घनानंद साल 1974 में रेडियो और बाद में दूरदर्शन में भी कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

इस बीच उन्होंने राजनीति में भी किस्मत आजमाई और 2012 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर पौड़ी विधानसभा से चुनाव मैदान में हार का सामना करना पड़ा।जिसके बाद वो चुनाव में बीजेपी के लिए स्टार प्रचारक की भूमिका में उतरते रहे।

घनानंद ‘घन्ना भाई’ ने हास्य कलाकार के रूप में अपने सफर की शुरुआत 1970 में रामलीलाओं में नाटकों से की थी। 1974 में उन्होंने रेडियो और बाद में दूरदर्शन के साथ साथ गढ़वाली और कुमाऊंनी फिल्मों में हास्य कलाकार के रूप में काम किया।

उनका पूरा नाम घनानंद गगोडिया था। घनानंद ने उत्तराखंड की कई फिल्मों में अपने अभिनय से अमिट छाप छोड़ी। सुपरहिट फिल्म घरजवें से लोग उन्हें घर-घर पहचानने लगे थे। उनके हास्य अभिनय ने लोगों का हंसा-हंसा कर बुरा हाल कर दिया था। चक्रचाल में उन्होंने कमाल का अभिनय किया था।

बेटी-ब्वारी, जीतू बगडवाल, सतमंगल्या, ब्वारी हो त यनि, घन्ना भाई एमबीबीएस, घन्ना गिरगिट और यमराज जैसी हिट फिल्मों में भी घनानंद ने उच्चकोटि का काम प्रस्तुत किया था।

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके निधन पर दुख जताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार घनानंद ‘घन्ना भाई’ के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर, दिवंगत आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करें। आपकी सरलता, मृदुता और अद्वितीय अभिनय शैली ने लोगों को न केवल हंसाया, बल्कि जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को एक अलग दृष्टिकोण से देखने का नजरिया दिया। उत्तराखण्ड के फिल्म जगत और अभिनय के क्षेत्र में आपके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। आप सदैव हमारे दिलों में जीवित रहेंगे। घन्ना भाई उत्तराखंड रंगमंच के मंझे हुए कलाकार थे।

उनका जन्म 1953 में पौड़ी के गगोड़ गांव में हुआ था। उनकी शिक्षा कैंट बोर्ड लैंसडाउन जिला पौड़ी गढ़वाल से हुई थी। वो सहज कलाकार थे। फिल्म या रंगमंच पर उन्हें जो रोल मिलता उसमें वो ऐसे रम जाते कि अगर उनका कॉमेडियन का रोल होता तो हंसाते-हंसाते लोटपोट कर देते थे और अगर चरित्र अभिनय होता तो उसमें भी वो अपनी छाप छोड़ जाते थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published.