देहरादून/गैरसैण
गैरसैंण में आज से शुरु हूए विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा के आहवान पर विरोध प्रदर्शन को लेकर हजारों कांग्रेसी जमा हो गए।
भाजपा सरकार की नीतियों का विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस प्रशासन के साथ कांग्रेस जनों की नोकझोंक भी हुई। हालांकि पार्टी के विधायकों ने विधानसभा के बाहर हाथी में तख्तियां लेकर बाहर ही सीढियों पर बैठ जताया विरोध।
पार्टी की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसोनी ने बताया कि गैरसैंण में हुए भारी प्रदर्शन के दौरान महिलाओं के साथ अभद्रता हुई,इसी दौरान धक्का मुक्की में पूर्व विधायक ललित फर्सवान चोटिल हो गए उनके सिर पर टांके आए हैं,वहीं महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला के कपड़े भी पुलिस के साथ धक्का मुक्की में फट गए।
बताया गया कि मजिस्ट्रेट ने घेराव के दौरान चार हजार कांग्रेस जनों की उपस्थिति की बात कही है ।
अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के निर्देशानुसार 13 मार्च को देश भर के कांग्रेस द्वारा गौतम अडानी ग्रुप प्रकरण पर मोदी सरकार की चुप्पी और संवैधानिक संस्थानों के दुरुपयोग और विपक्ष के दमन को लेकर आज “राजभवन घेराव
किया गया था।
परंतु उत्तराखंड में पिछले दिनों हुए कई प्रकरणों कों लेकर जो कुछ हुआ उसके मद्देनजर
प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ने एक कदम आगे बढ़ते हुए गैरसैंण में
बजट सत्र के दौरान राज्य सरकार को घेरने का कार्यक्रम तय किया और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गैरसैंण चलो का नारा दिया।
पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का सरकार पर आरोप लगाया। गोदियाल ने कहा कि राज्य सरकार गरीब जनता पर हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न की अनदेखी कर रही है दिनदहाड़े हत्या बलात्कार डकैती लूट मार इत्यादि घटनाएं बताती हैं कि अपराधियों के मन में सरकार का डर भय इकबाल और रसूख खत्म होता जा रहा है।
अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी का नाम का खुलासा,बढ़ती महंगाई, युवाओं पर लाठीचार्ज, बिगड़ती कानून व्यवस्था,जोशीमठ मामले पर सरकार की उदासीनता, गन्ना किसानों के बकाया भुगतान और समर्थन मूल्य को लेकर हल्ला बोल किया। इस दौरान प्रदेश के कोने-कोने से कांग्रेस जन कूच में शामिल हुए।
कूच के दौरान प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा ने पुलिस प्रशासन की बर्बरता और और धामी सरकार की हठधर्मिता की कड़े शब्दों में निंदा की, प्रदेश की आज परिस्थितियां बद से बदतर हो गई हैं, ना महिलाएं खुद को सुरक्षित महसूस कर रही हैं न युवा को कोई रोशनी की किरण नजर आ रही है किसानों की दुर्दशा हो रही है व्यापारी नोटबंदी और जीएसटी से पहले ही परेशान है। ऐसे में जो सरकार गरीब जनता की ना होकर मुट्ठी भर पूंजीपतियों को संरक्षण देने वाली बन जाए तो विपक्षी दल को हल्ला बोल कर सरकारों को आईना दिखाना ही पड़ता है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी राज्य की वर्तमान सरकार को जनता की सीबीआई जांच की मांग को अनसुना करने के लिए घेरा ।
रावत ने कहा कि आज गन्ना किसानों का बहुत बुरा हाल है ऐसे में राज्य सरकार को चाहिए कि वह अपने बड़े बड़े बंगलों और एसी कमरों से बाहर निकलकर किसानों का जो बकाया भुगतान होना है उस पर भी गौर करे। रावत ने कहा कि आज जिस तरह से अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और लोक सेवा चयन आयोग पर से प्रदेश के युवाओं का भरोसा और विश्वास उठ रहा है।
कूच के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल,पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा एवं महेंद्र पाल उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी, महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, मनीष खंडूरी, वैभव वालिया, राजेंद्र शाह, याकूब सिद्दीकी, पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, ललित फर्सवान, महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, एनएसयूआई अध्यक्ष विकास नेगी, अनुकृति गोसाई, मोहन भंडारी, शांति प्रसाद भट्ट, महेंद्र गुरुजी, सूरत सिंह नेगी, सतपाल ब्रह्मचारी ,अमरजीत सिंह, जिलाध्यक्ष कुंवर सजवान, विनोद नेगी, मुकेश नेगी, मनीष राणा, राकेश राणा दिनेश चौहान,भगत डसीला, भूपेंद्र सिंह भोज, प्रदीप थपलियाल, उत्तम असवाल, वीरेंद्र कंडारी, वीरेंद्र पोखरियाल शीशपाल सिंह बिष्ट, राजीव चौधरी, टीटू त्यागी,महेश जोशी,
जसविंदर गोगी मोहित उनियाल राजेश रस्तोगी, मीना बिष्ट, आशा मनोरमा शर्मा, उर्मिला थापा, आशा टम्टा, शांति रावत, पिया थापा, नवनीत सती, गिरीश पपने , मुकेश नेगी, हरिकृष्ण भट्ट, वीरेंद्र रावत, अजय रावत, मोहम्मद अकरम, जितेंद्र सिंह, आयुष नेहरा, पंकज क्षेत्री, कपिल जोशी इत्यादि मौजूद रहे।