देहरादून
रेशम के वस्त्रों की निर्विवाद रानी जिसमें ग्लैमर की ऐसी आभा है जो किसी अन्य में नहीं ।
बताते चलें कि प्राचीन काल में ही रेशम को दुनिया भर की सभी सभ्यताओं द्वारा अपनी सुंदरता, लालित्य और उत्कृष्टता के लिए पसंद किया जाता रहा है । यह पारंपरिक रूप में कुशल कारीगरों की रचनात्मक कल्पनाओं से समृद्ध हुआ है जो जटिल डिजाइनों, अद्वितीय छवियों और जीवंत रंगों के माध्यम से कविताएं बनाते हैं।
इसकी प्राकृतिक चमक, मनमोहक बुनावट, अंतर्निहित परिष्कार और उत्कृष्ट आवरण इसे वह भव्यता प्रदान करते हैं जिसे कोई अन्य फाइबर प्रतिस्थापित नहीं कर सकता है ।
हाल ही में, इस कलात्मक रेशे को मानव निर्मित सस्ते विकल्पों, जो अनैतिक व्यापारियों द्वारा शुद्ध रेशम के रूप में उपभोक्ताओं को दिया जाता है, से अनुचित प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है और इस कारण वास्तविक उपभोक्ताओं और हितधारकों को इसके लिए भुगतान करने के बावजूद रेशम को वास्तविक मूल्य से वंचित किया जाता है। ‘रेशम’ जैसे दिखने वाले अन्य नकली फाइबर में से शुद्ध रेशम की पहचान करने में सक्षम नहीं होने के कारण उपभोक्ता, जो शुद्धता और सत्यता के मामले में पूरी तरह में व्यापारियों की दया पर निर्भर होता है, उसका अक्सर शोषण किया जाता है और उसे धोखा दिया जाता है एक अध्ययन के अनुसार औसतन दस में से छः उपभोक्ता देश भर में अपनाई जाने वाली इस अनैतिक व्यापार प्रथा का शिकार बनते हैं ।
भारत में रेशम को एक पवित्र रेशा माना जाता है और कोई भी धार्मिक अनुष्ठान रेशम के उपयोग के बिना पूरा नहीं होता है । रेशम की शुद्धता और पवित्रता रेशम प्रेमियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है लेकिन उपभोक्ताओं के लिए यह कैसे सुनिश्चित किया जाए ? परेशानी मुक्त खरीदारी के लिए उपभोक्ताओं को इस लगातार खतरे से बचाने का एकमात्र जवाब सिल्क मार्क है ।
सिल्क मार्क केंद्रीय रेशम बोर्ड, वस्त्र 5000 मंत्रालय, भारत सरकार की एक पहल है। सिल्क मार्क का प्रबंधन सिल्क मार्क ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया (एसएमओआई) द्वारा किया जाता है। छः वर्षों से अधिक की अपनी छोटी सी अवधि में समोई ने लगभग 5000 अधिकृत उपयोगकर्ताओं को नामांकित करने और बाजार में पाँच करोड़ से अधिक सिल्क मार्फ लेवल वाले उत्पाद उपलब्ध कराने में शानदार सफलता हासिल की है ।
सिल्क मार्क एक्सपो सिल्क मार्क के प्रचार में एक शक्तिशाली उपकरण साबित हुआ है।
इस वर्ष के दौरान देश भर के प्रमुख महानगरों में बारह एक्सपो आयोजित किए जा रहे हैं । देहरादून एक्सपो श्रृंखला का दूसरा एक्सपो है जो 10 से 15 सितंबर, 2024 तक होटल मधुबन, राजपुररोड, देहरादन, उत्तराखंड में आयोजित किया जाएगा इसमें 26 प्रतिभागियों द्वारा एक ही छत के नीचे भारत के दूरदराज के बुनाई समूहों से प्राप्त शुद्ध रेशम उत्पादों की पूरी श्रृंखला का प्रदर्शन किया जाएगा ।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि
उद्घाटन समारोह 10 सितंबर 2024 को सुबह 11.30 बजे होटल मधुवन, राजपुररोड, देहरादून में आयोजित किया जाएगा ।
उत्तराखंड के गणेश जोशी, कृषि, किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और सैनिक कल्याण मंत्री उत्तराखंड सरकार मुख्य अतिथि के रूप में एवं पी. शिवकुमार, सदस्य सचिव व प्रभारी, के रे वो, बेगलुरु एवं दाशरथी बेहेरा, उप सचिव (तक), सिल्क मार्क ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया, नई दिल्ली की गरिमामयी उपस्थिति में समारोह में अपनी उपस्थिति को सहमति दे दी है । इसके अलावा इस अवसर पर अन्य गणमान्य भी उपस्थित रहेंगे ।