देहरादून
आयुध निर्माणियों का 220 वर्षों का अत्यंत गौरवशाली इतिहास रहा है। देश में पहली आयुध निर्माणी 18 मार्च 1802 में बंगाल के कोशीपुर नामक स्थान में शुरू हुई थी।इस कालखंड में आयुध निर्माणियों ने देश की सार्वभौमिकता और स्वतंत्रता के लिए रक्षा का साजो सामान मोहैया करवाया।अत्याधुनिक मारक हथियारों से लेकर गोला बारूद तथा भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरणों का उत्पादन किया है।
अक्टूबर 2021 से आयुध निर्माणी संगठन को 7 रक्षा निगमो में बांट दिया गया है। लेकिन आज भी इन 41 आयुद्ध निर्माणियों के अधिकारी और कर्मचारी अपने मातृ संगठन आयुद्ध निर्माणी बोर्ड से भावनात्मक लगाव रखते हैं।
आयुध निर्माणियों के 220 वर्षों का इतिहास यूं ही नहीं भुलाया जा सकता , हजारों कर्मचारी एवं अधिकारी अपने पूर्व संगठन को आज भी हृदय से असीम स्नेह और आदर देते हैं।
कर्मचारी अधिकारी कहते हैं कि सैकड़ों वर्षों का जुड़ाव केवल निगमीकरण के बाद समाप्त नहीं हो जाता। हम आज भी गौरवान्वित हैं कि हम उस संगठन का हिस्सा रहे हैं जिसने आजादी से पहले तथा आजादी के बाड़के कालांतर में सेना को अभेद्य रक्षा उपकरण दिए हैं।
इस मौके पर उन्होंने अपनी यादों से जुड़ाव रखते हुए कहा कि आईये हम सभी अधिकारी और कर्मचारी मिलकर ने उस स्वर्णिम और गौरवशाली इतिहास को एक बार पुनः स्मरण करें और भविष्य की कठिनाइयों से लड़ने के लिए कटिबद्ध और एकताबद्ध हो जाएं।
इस वर्ष सरकारी स्तर परायुद्ध निर्माणी दिवस का कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया अत:UFOE नेआयुद्ध निर्माणी दिवस को होली के अवकाश के कारण 18 मार्च के स्थान पर 17 मार्च को आयोजित करने का निर्णय लिया। UFOE जो कि सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का सम्मिलित संगठन है। इसका प्रमुख उद्देश्य अधिकारियों और कर्मचारियों के हितों के लिये संघर्ष करना है।
कार्यक्रम में ओ एल एफ कर्मचारी और अधिकारी अपनी यूनियन और एशोसिएसन के बैनर तले रायपुर स्थित स्टेट बैंक के तिराहे पर एकत्र हुए। सभी ने एकता का प्रतीक आयुद्ध निर्माणी दिवस का बैज धारण किया। देश की एकता और अखंडता के लिए ओ एल एफ के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा अपना सर्वस्व न्यौछावर करने की शपथ ली और आयुद्ध निर्माणियों का प्रेरणादायी गीत”हम हैं आयुध निर्माणी के कर्णधार” का समवेत स्वरों में गायन किया गया।
इस मौके पर ऑप्टो इलेक्ट्रॉनिक्स फैक्ट्री की कर्मचारी यूनियन इन्टक, इम्पलाईज यूनियन, प्रतिरक्षा श्रमिक संघ, बहुजन कर्मचारी संघ, ग्रुप “ए” अधिकारियों की एशोसिएसन आई ओ एफ एस ओ ए, ए आई ए एन जी ओ तथा सुपरवाईजर एसोसिएशन के पदाधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।